SYL Canal Issue: हांसी-बुटाना नहर को SYL का विकल्प नहीं मानेगा हरियाणा , पंजाब सरकार के सुझाव किया खारिज
SYL Canal Issue सतलुज यमुना नहर के मुद्दे पर हरियाणा और पंजाब की सरकारें फिर आमने सामने हैं। हरियाणा सरकार ने कहा है कि हांसी बुटाना नहर को एसवाईएल का विकल्प नहीं मानेगी। पंजाब सरकार ने इस संबंध में प्रस्ताव रखा था।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। SYL and Hansi - Butana Canal: हरियाणा और पंजाब की सरकारें एसवाईएल और हांसी-बुटाना नहर के मामले में फिर आमने-सामने आ गई हैं। हरियाणा सरकार ने हांसी-बुटाना नहर के मुद्दे पर पंजाब सरकार का सुझाव सिरे से नकार दिया है। पंजाब सरकार ने हांसी-बुटाना नहर को सतलुज यमुना संपर्क नहर (SYL) का विकल्प बनाने का सुझाव दिया था।
पंजाब सरकार ने हांसी-बुटाना नहर को एसवाईएल नहर का विकल्प बनाने का सुझाव दिया
पंजाब सरकार की ओर से यह कहा गया था कि हांसी-बुटाना नहर बनने के बाद क्या हरियाणा एसवाईएल पर अपना दावा छोड़ देगा। क्योेंकि, बदली हुई परिस्थितियों में हरियाणा द्वारा बनाई गई हांसी बुटाना लिंक चैनल एसवाईएल का पर्याप्त विकल्प है। इस पर हरियाणा सरकार ने सख्त विरोध जताया है। विधानसभा के मानसून सत्र में भी मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू के सवाल के जबाव में साफ कर दिया था कि यह हांसी-बुटाना नहर केवल प्राप्त होने वाले पानी का समान वितरण करने के लिए है। इसे एसवाईएल का विकल्प स्वीकार नहीं किया जा सकता।
हरियाणा ने हांसी-बुटाना नगर का मुद्दा कई बार उठाया
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने हांसी बुटाना नहर का मुद्दा अपने कार्यकाल में सबसे पहले 25 अप्रैल 2015 को मुख्यमंत्रियों की उत्तर क्षेत्रीय परिषद की 27वीं बैठक में उठाया था। इसके बाद 21 अगस्त 2019 को एसवाईएल पर आयोजित अधिकारियों की समिति की दूसरी बैठक में भाखड़ा मेन लाइन हांसी शाखा, बुटाना शाखा, बहुउद्देशीय लिंक चैनल का भाखड़ा मेन लाइन पर एक और प्वाइंट खोलने का काम शुरू करने का मुद्दा उठाया गया था।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल के अनुसार हांसी बुटाना नहर लिंक के मुद्दे सहित उन्होंने एसवाईएल नहर निर्माण का मुद्दा नौ जुलाई 2022 को जयपुर में आयोजित उत्तर क्षेत्रीय परिषद की बैठक के दौरान भी उठाया। पंजाब में सरकार बदलने के बाद भी एसवाईएल नहर निर्माण पर कोई चर्चा आगे नहीं बढ़ी है।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल दिल्ली सीएम को भी दे चुके हैं सुझाव
गर्मियों के मौसम में जब दिल्ली में जल संकट हुआ था तब मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल को भी यह सुझाव दिया था कि वह पंजाब से हरियाणा के जल बंटवारे के मुद्दे को हल करवाएं ताकि हरियाणा भी जल संकट से निजात पा सके। मनोहर लाल ने तब केजरीवाल को यह भी आश्वासन दिया था कि हरियाणा की जरूरत पूरा होने के बाद बकाया पानी में से कुछ पानी हरियाणा दिल्ली को भी देने पर विचार कर सकता है। इससे दिल्ली में जल संकट दूर हो जाएगा।