राजनीति की भेंट चढ़ा हिसार के एस्ट्रोटर्फ पर होने वाला हरियाणा की हाकी टीम चयन का ट्रायल
एस्ट्रोटर्फ बनने के बाद हिसार के खिलाड़ियों में हाकी का क्रेज बढ़ा। हिसार से सैंकड़ों ऐसे प्लेयर है जो नेशनल से लेकर ओलिंपिक तक में अपनी स्टिक का जादू दिखाकर खूब वाहवाही लूट चुके हैं। मगर हैरत की बात है कि हिसार का एस्ट्रोटर्फ पर किसी का ध्यान नहीं है।
जागरण संवाददाता, हिसार : साल 2016 में हिसार में एस्ट्रोटर्फ बनने के बाद हिसार के खिलाड़ियों में हाकी का क्रेज बढ़ा। हिसार से सैंकड़ों ऐसे प्लेयर है जो नेशनल से लेकर ओलिंपिक तक में अपनी स्टिक का जादू दिखाकर खूब वाहवाही लूट चुके हैं। मगर हैरत की बात है कि ऐसा होने के बावजूद हिसार का एस्ट्रोटर्फ पर किसी का ध्यान नहीं है। इसे अनदेखी कहें, सुस्त कार्यप्रणाली या आपसी राजनीति कहें कि एस्ट्रोटर्फ बदहाल हो रहा है।
36वीं नेशनल गेम्स के लिए हरियाणा हाकी टीमों का चयन होना था। एस्ट्रोटर्फ होने के बावजूद पूर्व से ही हिसार में नहीं होने की चर्चाओं का बाजार गर्म था। हुआ भी वही, अंतिम समय में अचानक खेल एंव युवा कार्यक्रम विभाग ने पाइपलाइन क्षतिग्रस्त होने का कारण बताते हुए हिसार एस्ट्रोटर्फ की बजाए दूसरे स्थान पर ट्रायल करवाने का तर्क देते हुए हाकी हरियाणा को पत्र लिख दिया। ऐसे में अब यह ट्रायल 14 अगस्त को पंचकूला के ताऊ देवी स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स में हो रहा है।
10 करोड़ से अधिक खर्चे, फिर भी सुविधा से वंचित खिलाड़ी
25 साल से अधिक समय के संघर्ष व प्रयासों के बाद हिसार को एस्ट्रोटर्फ प्राप्त हुआ था। भारतीय जनता पार्टी सरकार ने हिसार को यह सौगात तो दे दी लेकिन अफसरशाही ने न तो उसके निर्माण में बेहतर रूची दिखाई और न ही इसके रखरखाव में रूची दिखा रहे है। यहीं कारण है कि उभरती खेल प्रतिभाओं से लेकर इंटरनेशनल खिलाड़ी तक आज एस्ट्रोटर्फ पर खेलने से वंचित है। वहीं रखरखाव के अभाव में यह एस्ट्रोटर्फ जर्जर हो रहा है।
पंचकूला में होगा टीम चयन
14 अगस्त को जो टीम ट्रायल हिसार में होना था वह अचानक 12 अगस्त को पंचकूला में होना निश्चित किया गया। इसके लिए हाकी हरियाणा की ओर से एफिलेटिड यूनिट को हाकी हरियाणा के प्रधान ने पत्र जारी कर सूचित किया। ऐसे में अब हिसार की बजाए पंचकूला में महिला व पुरुष वर्ग की टीम चयन होगी। यह टीम गुजरात में 27 सितंबर से 10 अक्टूबर 2022 तक होने वाली 36वें नेशनल गेम्स में भाग लेगी।
ये भी जानें
वर्ष 1989 : हरियाणा महिला हाकी संघ की अध्यक्ष कृष्णा संपत सिंह ने वर्ष 1989 हिसार में सब जूनियर बालिका हाकी नेशनल चैंपियनशिप के अवसर पर एस्ट्रोटर्फ के लिए मांग उठाई थी।
जनवरी 2002 : हिसार में राष्ट्रीय युवा महोत्सव कार्यक्रम में तत्कालीन केंद्रीय खेल मंत्री उमा भारती ने घोषणा की।
साल 2004 : राजकीय महाविद्यालय की 9 एकड़ 7 कनाल 15 मरले जमीन वर्ष 2004 में जिला खेल परिषद के नाम की गई।
साल 2011 : रैली में तत्कालीन सीएम चौ. भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने ऐलान किया। दस करोड़ में से केन्द्रीय खेल मंत्रालय के ग्रांट के साथ करीब साढ़े सात करोड़ जारी किए।
साल 2016 : प्रदेश मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने मामले में संज्ञान लिया तो हिसार में एस्ट्रोटर्फ बना।
फरवरी 2021 : विधायक डा. कमल गुप्ता ने मौका निरीक्षण कर डीसी को इंटरनेशनल एस्ट्रोटर्फ की फिजिबिलिटी जांच के आदेश दिए।
साल 2022 : खेलने को लेकर इंटरनेशनल व नेशनल स्तर की महिला हाकी खिलाड़ियों व कोच के बीच विवाद। मामला एचएयू पुलिस चौकी तक पहुंचा रहा। जहां हाकी हिसार व जिला खेल एवं युवा कार्यक्रम विभाग के प्रतिनिधियों के बिच गहमा गहमी तक की नौबत आ गई थी। उसके बात हाकी टीम चयन ट्रायल पंचकुला स्थानांतरण हुआ।
---एस्ट्रोटर्फ तक पानी पहुंचाने वाली पाइप लाइन फट गई थी। फव्वारें भी खराब होने के कारण टीम चयन ट्रायल पंचकुला या अन्य स्थान पर करवाने के लिए कहा गया था। लाइन ठीक करवाई जा रही है इसमें अभी दो-तीन दिन ओर लगेंगे। इसके अलावा ट्रायल नहीं होने के अन्य कोई कारण नहीं है।
- जगबीर सिंह, जिला खेल एवं युवा कार्यक्रम अधिकारी, हिसार।