गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे ने की भविष्यवाणी... कहा 31 अगस्त तक करें इंतजार, राज्य में होंगे कई उलटफेर
भाजपा को तैयार रहने की जरूरत है। कहा कि भाजपा के पास इस बार मौका है कि वह यहां स्थापित राजतंत्र उखाड़ फेंके। पूर्व में भाजपा के उपचुनावों में हारने की ही स्थिति रही है के जवाब में डाॅ.निशिकांत ने कहा कि इस बार ऐसा नहीं होगा।
जागरण संवाददाता, दुमका: गोड्डा के सांसद डॉ.निशिकांत दुबे ने मंगलवार को दुमका परिसदन में कहा कि
इसकी पुरजोर संभावना है कि दुमका और बरहेट विधानसभा सीट पर उपचुनाव हो। इसलिए भाजपा कार्यकर्ताओं से यह कहा गया है कि वे लोग एकजुट होकर चुनावी तैयारी में जुट जाएं। कहा कि 31 अगस्त तक झारखंड की राजनीति में कई ऐसे उलटफेर होने की संभावनाएं है जिससे आने वाले दिनों में इस राज्य की दिशा और दशा बदल सकती है। डाॅ.निशिकांत दुबे ने अपने अंदाज में कहा कि 31 अगस्त तक इंतजार करें राज्य में बहुत कुछ बदल जाने वाला है। कहा कि दुमका में चार दशक से एक ही परिवार का राजतंत्र कायम है। पिता, पुत्र, पुत्रवधु सांसद और विधायक चुने जा रहे हैं। इसकी वजह से ही राज्य में भ्रष्टाचार, भाई-भतीजावाद को भी बढ़ाव मिला है। अब इन तमाम परिस्थितियों से निजात का समय करीब है। चुनाव आयोग से लेकर उच्च न्यायालय, लोकपाल और सुप्रीम कोर्ट में अवैध माइंस, भ्रष्टाचार समेत अन्य मामलों पर आदेश आने ही वाला है। अगर आयोग और कोर्ट के फैसले भाजपा के पक्ष में आते हैं तो दुमका और बरहेट सीट पर उपचुनाव होने की संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता है। बरहेट से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और दुमका से उनके भाई बसंत सोरेन की सदस्यता जा सकती है। ऐसे में
भाजपा को तैयार रहने की जरूरत है। कहा कि भाजपा के पास इस बार मौका है कि वह यहां स्थापित राजतंत्र उखाड़ फेंके। इस सवाल पर कि पूर्व में भाजपा के उपचुनावों में हारने की ही स्थिति रही है के जवाब में डाॅ.निशिकांत ने कहा कि इस बार ऐसा नहीं होगा। इस बार वह खुद भी चुनाव के दौरान यहां कैंप करेंगे और इसके लिए प्रदेश नेतृत्व से आग्रह करेंगे। कहा कि भाजपा के अंदर गुटबाजी के सवाल पर कहा कि ऐसा करने वालों पर भी इस बार बारिक निगाह होगी और कार्यकर्ता उन्हें भी सबक सिखाएंगे।
नीतिश का भविष्य अंधकारमय
बिहार में भाजपा से कुट्टी कर राजद के संग मिलकर जदयू के सरकार बनाए जाने के सवाल पर डा.निशिकांत दुबे ने कहा कि नीतिश कुमार मुख्यमंत्री की गद्दी बचाने के लिए भी एक बार फिर से पलटे हैं। कहा कि उनकी पार्टी को भाजपा से नहीं बल्कि राजद से खतरा थी इसलिए वह राजद के साथ चले गए। कहा कि नीतिश कुमार का यह निर्णय आत्मघाती है। 2024 तक चुनाव आते-आते उनका भविष्य अंधकारमय हो जाएगा। कहा कि वर्तमान समय में नीतिश सरकार विकास भी पिछड़ रही थी क्योंकि वहां शराबबंदी के निर्णय से राजस्व बंद हो चुका है। जबकि अवैध शराब के कारोबार से धंधेबाज मालामाल हैं और जहरीली शराब पीकर लोगों की जान जाने का क्रम भी नहीं थम रहा है। कहा राजद के साथ जाकर आश्चर्यजनक तरीके से नीतिश कुमार का सुर भी बदलने लगा है। बीते 17 साल में नीतिश कुमार की सरकार मात्र तीन लाख नौकरियां दे पाए थे लेकिन अबकी बार स्वतंत्रता दिवस के मौके पर उन्होंने 20 लाख लोगों को नौकरी देने का भरोसा देकर जनता के साथ छल करना प्रारंभ कर दिया है।
बिहार में अब बीजेपी को अकेले दम पर चलने की जरूरत
डाॅ.निशिकांत ने कहा कि बिहार में अब भाजपा को अकेले चलने की जरूरत है। कहा कि भाजपा वहां मजबूत स्थिति में है। कहा कि भाजपा के साथ अगर लोजपा समेत अन्य छोटी-छोटी पार्टियां चलना चाहें तो इससे भाजपा का एतराज नहीं है। मौके पर पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष विनोद शर्मा, जयप्रकाश मंडल, सुरेश मुर्मू, दिलीप सिंह, जयप्रकाश मंडल, विवेकानंद राय, मृणाल मिश्रा समेत कई कार्यकर्ता मौजूद थे।