प्रदर्शनी में दिखाई पुरातन से नवीन भारत की झलक
प्रदर्शनी में दिखाई पुरातन से नवीन भारत की झलक
प्रदर्शनी में दिखाई पुरातन से नवीन भारत की झलक
संवाद सूत्र, रायवाला : आजादी के अमृत महोत्सव के तहत भागीरथी विद्यालय हरिपुरकलां में माडल प्रदर्शनी व नुक्कड़ नाटक के जरिये पुरातन से लेकर नवीन भारत की झलक प्रदर्शित की गई। इस दौरान भारत में अंग्रेजों के आगमन से लेकर स्वतंत्रता प्राप्ति और फिर उसके बाद देश की प्रगति के सफर को रोचक ढंग से दर्शाया गया। दो दिवसीय प्रदर्शनी में देश के 75 ऐतिहासिक महापुरुष, वैज्ञानिक आदि के चरित्र का अभिनय कर रहे छात्र दर्शकों के लिए आकर्षण का केंद्र बने रहे।
रविवार को प्रदर्शनी का उद्घाटन करते हुए ग्राम प्रधान गीतांजली जखमोला ने कहा कि इस तरह के आयोजन निश्चित रूप से छात्रों को देशभक्ति के लिए प्रेरित करते हैं। प्रधानाचार्य विनोद खन्ना ने बताया कि प्रदर्शनी में भारत के इतिहास और विकास की यात्रा को सम्मिलित किया गया है। वहीं प्रदर्शनी में ईस्ट इंडिया कंपनी का भारत आगमन, धीरे-धीरे अंग्रेजों का राज्यों पर अधिकार, 1857 का विद्रोह, झांसी की रानी का संघर्ष, महात्मा गांधी के नेतृत्व में अंग्रेजों के खिलाफ आंदोलन, भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव, चंद्रशेखर आजाद का बलिदान और देश की आजादी को नाटिका के जरिए दिखाया गया। स्वर्णिम भारत की झलक में प्रिशा नेगी तनुश्री, वेदी नेगी, पायल सैनी, पुनीत चौधरी के पुरातन नगर से आधुनिक समृद्ध नगर का माडल, गौरी धीमान का राम मंदिर, दिव्यांश चौहान का मंगलयान, अंकित सेमवाल का राकेट लांचर माडल दर्शकों ने खूब पसंद किया। 300 से अधिक विभिन्न चित्र प्रदर्शन के जरिये 75 वर्ष में भारत की विज्ञान, शिक्षा, स्वास्थ्य व तकनीकी में प्रगति के स्वर्णिम सफर को दर्शाया गया। वही हिंदी विभाग की ओर से हुए नुक्कड़ नाटक का में आजादी का वास्तविक अर्थ, किसानों की समस्या, स्वच्छता मिशन, महिला सशक्तिकरण को रोचक ढंग से प्रस्तुत किया गया। इस दौरान विद्यालय की ट्रस्टी पुष्पा कोटवानी, वंदना सारस्वत, राजेश ममगाईं आदि रहे।