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Ganga-Yamuna Flood Updates: प्रयागराज में यमुना खतरे के निशान के करीब, गंगा में भी वृद्धि जारी

Ganga Yamuna Flood Updates गंगा-यमुना का लगातार बढ़ते जलस्‍तर से प्रयागराज शहर के लगभग दो दर्जन मोहल्ले बाढ़ की जद में आ गए हैं। इन मोहल्लों में बाढ़ का पानी घुसने लगा। यमुना का जलस्तर काफी तेजी से बढ़ रहा है जिससे 40 गांव बाढ़ से प्रभावित हो गए हैं।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Fri, 19 Aug 2022 12:51 PM (IST)Updated: Fri, 19 Aug 2022 12:51 PM (IST)
Ganga-Yamuna Flood Updates: प्रयागराज में यमुना खतरे के निशान के करीब, गंगा में भी वृद्धि जारी
Ganga Yamuna Flood Updates: प्रयागराज में गंगा और यमुना नदियों का जलस्‍तर लगातार बढ़ रहा है।

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। प्रयागराज में गंगा और यमुना नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। यमुना का पानी खतरे के निशान के निकट पहुंच गया है। शुक्रवार सुबह यमुना का जल स्तर 82 मीटर के पार पहुंच गया, जो खतरे के निशान से मात्र दो मीटर नीचे है। प्रयागराज में खतरे का निशान 84 मीटर पर है। इसी तरह गंगा का जलस्तर शुक्रवार सुबह 82.2 मीटर दर्ज किया गया है। दोनों नदियों के जल में लगातार वृद्धि हो रही है।

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यमुना के बाढ़ से 40 गांव प्रभावित : गंगा-यमुना का लगातार बढ़ते जलस्‍तर से प्रयागराज शहर के लगभग दो दर्जन मोहल्ले बाढ़ की जद में आ गए हैं। इन मोहल्लों में बाढ़ का पानी घुसने लगा है। खासतौर पर यमुना का जलस्तर काफी तेजी से बढ़ रहा है, जिससे 40 गांव बाढ़ से प्रभावित हो गए हैं। इन गांवों में नावें लगा दी गई हैं। मजिस्ट्रेटों और आपदा विभाग के कर्मचारियों की भी तैनाती कर दी गई है।

गंगा-यमुना खतरे के निशान को पार कर सकती हैं : गंगा का जलस्तर शुक्रवार की सुबह 82.2 मीटर दर्ज किया गया है। सिंचाई विभाग के बाढ़ खंड के अधिकारियों के मुताबिक अभी दोनों नदियों का जलस्तर और बढ़ेगा। आशंका जताई जा रही है कि लाल निशान को दोनों नदियां पार कर जाएंगी।

एमपी, राजस्‍थान का पानी यमुना में, नरौरा व कानपुर का पानी गंगा में मिल रहा : सिंचाई विभाग के बाढ़ खंड अधिकारियों का कहना है कि मध्य प्रदेश के केन, बेतवा नदियों का पानी यमुना में आ रहा है। राजस्थान का पानी चंबल नदी के माध्यम से यमुना में आ रहा है। यमुना नगर स्थित हथिनीकुंड और ललितपुर स्थित माताटीला बांध से पानी छोड़ा जा रहा है। इसी तरह गंगा मेें नरोरा और कानपुर बैराज से पानी छोड़ा जा रहा है।

10 बाढ़ राहत शिविर व 98 बाढ़ चौकियां, नाव व स्‍टीमर लगे : बाढ़ के मद्देनजर जिला प्रशासन की ओर से 10 बाढ़ राहत शिविर संचालित कर दिए गए हैं। जिले में 98 बाढ़ चौकियों को सक्रिय कर दिया गया है। मोहल्लों में नावें व स्टीमर लगा दी गई हैैं। मजिस्ट्रेटों के साथ ही विभिन्न विभागों के कर्मचारियों की भी ड्यूटी लगाई गई है। कंट्रोल रूम भी खोल दिया गया है। जिसका नंबर भी जारी कर दिया गया है।

डीएम ने बाढ़ को लेकर अलर्ट जारी किया : डीएम संजय कुमार खत्री का कहना है कि बाढ़ को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में मजिस्ट्रेटों और कर्मचारियों की तैनाती कर दी गई है। प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने के लिए टीमें लगा दी गई हैं।


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