कर्नाटक के बाद चार और राज्यों को भव्य अयोध्या में चाहिए भूमि
रविप्रकाश श्रीवास्तव, अयोध्या
दिव्य राममंदिर के साथ रामनगरी में बनने वाली वैदिक सिटी पर देश-दुनिया की दृष्टि है। भव्य अयोध्या ग्रीन फील्ड टाउनशिप के नाम से आकार लेने वाली इस टाउनशिप में स्थान पाने की इच्छा से देश के कई राज्यों ने प्रस्ताव भेजना आरंभ कर दिया है। गत वर्ष कर्नाटक राज्य भव्य अयोध्या टाउनशिप में अपना राज्य अतिथि गृह बनाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार के माध्यम से प्रस्ताव भेज चुका है। वहीं अब इस श्रृंखला में चार और नए राज्यों का नाम जुड़ चुका है। प्रभु राम की नगरी में कर्नाटक के बाद अब, जिन चार राज्यों ने अपने राज्य अतिथि गृह व धार्मिक केंद्र खोलने की इच्छा प्रकट करते हुए भूमि प्राप्त करने के लिए प्रस्ताव दिया है, उनमें अरुणाचल प्रदेश, मध्यप्रदेश, उत्तराखंड व सिक्किम शामिल हैं। इन राज्यों के प्रस्ताव पर्यटन विभाग के माध्यम से आवास विकास परिषद को मिल चुके हैं। किसी ने दो तो किसी ने पांच एकड़ भूमि का प्रस्ताव भेजा है। यही नहीं तिरुपति बालाजी ट्रस्ट की ओर से भी पांच एकड़ भूमि प्राप्त करने की इच्छा व्यक्त की गई है। आवास विकास परिषद इस परियोजना को मूर्त रूप प्रदान करने में लगी हुई है, जिस पर चार हजार करोड़ रुपये से अधिक का व्यय होगा। टाउनशिप से राममंदिर की दूरी मात्र छह किलोमीटर है। टाउनशिप में 80 अंतरराष्ट्रीय गेस्टहाउस, जबकि 36 राज्य एवं केंद्र शासित राज्य, मठ, आश्रम एवं अखाड़ों के लिए भूखंड होंगे। इसके अतिरिक्त दस हजार आवासीय भूखंड होंगे।
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हाईवे के किनारे विस्तार लेगी योजना
-लखनऊ-गोरखपुर हाईवे पर रामनगरी के बरहटा, तिहुरा और शाहनवाजपुर के क्षेत्रों को मिला कर 1194 एकड़ में यह टाउनशिप विकसित की जा रही है, जिसमें मार्गों की न्यूनतम चौड़ाई 24 मीटर रखी गई है। सीएम के निर्देश पर इस टाउनशिप को वैदिक सिटी के रूप में विकसित किया जा रहा है। आवास विकास परिषद के एक उच्चाधिकारी ने बताया कि टाउनशिप में भूमि प्राप्त करने के लिए राज्यों के प्रस्ताव प्राप्त हो रहे हैं, जो विचाराधीन हैं। भव्य अयोध्या के लिए अब तक परिषद 600 एकड़ भूमि क्रय कर चुकी है।