मुजफ्फरपुर के चार डाक्टर जीरो पर आउट, सप्ताह भर में नहीं देख पाए एक भी मरीज
Muzaffarpur News जीरो पर रहे आउट वेतन हुआ लाक। पारू माडल को जिले में किया जाएगा लागू सदर अस्पताल समेत 15 पीएचसी प्रभारी से सीएस ने मांगा जवाब। नहीं दे रहे साप्ताहिक परफारमेंस रिपोर्ट। स्वास्थ्य व्यवस्था को पटरी पर लाने की कवायद।
मुजफ्फरपुर, {अमरेंद्र तिवारी}। स्वास्थ्य व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए जिले में पारू माडल लागू किया जाएगा। पारू पीएचसी में सप्ताह भर में किस चिकित्सक ने कितने मरीज देखें इसकी रिपोर्ट तैयार हो रही है। इस माडल का पालन नहीं करने वाले सदर अस्पताल समेत 15 पीएचसी प्रभारी से जवाब तलब किया गया है। इसके साथ ही पारू पीएचसी से आयी साप्ताहिक परफारमेंस रिपोर्ट के आधार पर पांच चिकित्सकों के सात दिन के वेतन रोके गए हैं।
इसमें चार चिकित्सक डा. खुशबू कुमारी, डा. ललित किशोर, डा. पियूष, डा. मणिशंकर चौधरी ने एक भी मरीज नहीं देखे हैं। पांचवें डा. जितेंद्र कुमार ने सप्ताह भर में केवल नौ मरीज आउटडोर में देखे हैं।
चिकित्सकों को देना होगा जवाब
मानक के अनुसार एक चिकित्सक को एक दिन में कम से कम चालीस मरीज देखने होते हैं। सिविल सर्जन डा. यूसी शर्मा ने समीक्षा के बाद इसे लापरवाही मानते हुए तत्काल पांच चिकित्सकों के वेतन पर रोक लगाते हुए उनसे जवाब तलब किया है। सीएस ने कहा है कि सभी चिकित्सकों को अपना जवाब पीएचसी प्रभारी के मंतव्य के साथ देना होगा।
उन्होंने कहा कि पारू पीएचसी का माडल सराहनीय है। हर सप्ताह एक प्रपत्र में वहां से चिकित्सकों के लिखित परफारमेंस रिपोर्ट मिल रहे हैं। चिकित्सा व्यवस्था में सुधार व मरीजों को सरकारी अस्पतालों का अधिक से अधिक लाभ मिल सके इसके लिए यह माडल बेहद उपयोगी है। इस सप्ताह से सदर अस्पताल समेत सभी पीएचसी से साप्ताहिक रिपोर्ट मांगी गई है। समय पर रिपोर्ट नहीं देने पर सख्ती होगी।
साहेबगंज में विधायक ने की समीक्षा
साहेबगंज विधानसभा में सरकारी अस्पताल के परफारमेंस को लेकर स्थानीय विधायक राजू कुमार सिंह राजू ने वृहद समीक्षा की। साहेबगंज पीएचसी में हुई समीक्षा बैठक में सिविल सर्जन डा. यूसी शर्मा, एसीएमओ डा. एसपी सिंह सहित जिले के वरीय अधिकारी उपस्थित रहे। विधायक ने कहा कि अस्पताल में ज्यादातर गरीब मरीज आते हैं, लेकिन साहेबगंज व पारू का हाल यह है कि यहां चिकित्सक नहीं मिलते। मरीज को इलाज के बदले बाहर का रास्ता दिखा दिया जाता है।
अस्पताल में तालाबंदी की चेतावनी
इस व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ तो सदन से लेकर सड़क तक आंदोलन होगा। इतना ही नहीं, अस्पताल में तालाबंदी की चेतावनी भी दी। साहेबगंज में जननी बाल सुरक्षा योजना का भुगतान व जन्म प्रमाण पत्र 24 घंटे में देने के साथ चार साल के बैकलाग को दूर करते हुए 15 सितंबर को स्वास्थ्य मेला लगाकर महिलाओं के बीच जन्म प्रमाण पत्र वितरण कराने का टास्क भी दिया गया है। सीएस ने कहा कि विधायक की ओर से जो शिकायत की गई वह मरीजों के हित में है। सभी कमियों को दूर करने की कोशिश हो रही है।
सीएस ने दिए टास्क
- सदर अस्पताल उपाधीक्षक व पीएचसी प्रभारी हर सप्ताह देंगे आउटडोर व इंडोर की रिपोर्ट।
- जिला मूल्यांकन एवं अनुश्रवण पदाधिकारी को अब प्रतिदिन उपलब्ध कराने होंगे कोरोना संक्रमित मरीजों की जांच का डाटा।