पूर्व मंत्री कृष्णमूर्ति हुड्डा फिर चले हुड्डा गुट से अलग राह
- दो अक्टूबर को किलोई में रखी जनसभा सैलजा किरण चौधरी और रणदीप सुरजेवाला को भेजेंगे न्योता - आवास पर बुलाई समर्थकों की बैठक लोकसभा व विधानसभा चुनाव लड़ने का लिया फैसला
जागरण संवाददाता, रोहतक :
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री कृष्णमूर्ति हुड्डा ने फिर से पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा से अलग राह पर चलने का एलान कर दिया है। उन्होंने बुधवार को अपने आवास पर समर्थकों की बैठक बुलाई और आगामी निर्णय लेने पर विचार-विमर्श किया। समर्थकों ने कृष्णमूर्ति को लोकसभा या विधानसभा चुनाव लड़ने का प्रस्ताव पारित किया। हुड्डा ने इसके बाद दो अक्टूबर को किलोई में जनसभा आयोजित करने का निर्णय लिया, जिसमें पूर्व प्रदेशाध्यक्ष कुमारी सैलजा, विधायक किरण चौधरी और राज्यसभा सदस्य रणदीप सिंह सुरजेवाला को न्योता दिया जाएगा। किलोई नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा का विधानसभा क्षेत्र हैं।
पूर्व मंत्री कृष्णमूर्ति हुड्डा ने बाद में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि समर्थक लंबे समय से दबाव बना रहे हैं कि लोकसभा या विधानसभा का चुनाव लड़े। इसलिए समर्थकों की सलाह पर दो अक्टूबर को किलोई में जनसभा करने का निर्णय लिया गया है। किलोई से ही चुनावी बिगुल बजाया जाएगा। किलोई विधानसभा क्षेत्र के हर गांव में जनसंपर्क अभियान चलाया जाएगा। हालांकि पहले भी उन्होंने जनसभा रखी थी, जिसमें कुमारी सैलजा को आमंत्रित किया गया था। लेकिन प्रदेश कांग्रेस संगठन में बदलाव होने के कारण स्थगित की गई थी। अब दोबारा से किलोई में जनसभा बुलाई गई है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी से अलग जाने का अभी कोई विचार नहीं है। लेकिन जो भी निर्णय लेते हैं, वो अपने समर्थकों की सलाह के बाद लेते हैं। फिलहाल समर्थकों ने दो अक्टूबर को किलोई में जनसभा और लोकसभा या विधानसभा चुनाव लड़ाने का प्रस्तावित पारित किया गया है। उन्होंने कहा कि यह जनसभा ऐतिहासिक होगी।
इस अवसर पर दलीप सिंह हुड्डा, अनिल नेहरा, करतार सिंह, गौरव हुड्डा, अनिल अहलावत, सुरेश देशवाल, महेन्द्र किलोई, मालुराम, सुरजभान बजाड़, पूर्व सरपंच भैयापुर देवराज देशवाल, सत्यवान चहल, पवन पुनिया, बलवान धामड़, दिलबाग पंचाल, डा. महेन्द्र शर्मा, विजेन्द्र दलाल चिड़ी, महाबीर मुदगिल, प. राम दिया, धर्मपाल बजाड़, बजवंत फौजी चमारिया, बलजीत खिडवाली, कुबेर जांगड़ा, सत्यवान मोर सहित अन्य समर्थक मौजूद थे।