संस्कार, संस्कृति व संस्कृत की मजबूती से भारत बनेगा विश्वगुरु : अनुराग
संस्कार संस्कृति और संस्कृत की मजबूती से बनेगा भारत विश्वगुरु
संस्कार, संस्कृति व संस्कृत की मजबूती से भारत बनेगा विश्वगुरु : अनुराग
जागरण संवाददाता, चुनार (मीरजापुर) : उत्तर प्रदेश प्रदेश संस्कृत शिक्षा परिषद के तत्वावधान में श्रीमती भागीरथी ट्रस्ट आदर्श संस्कृत महाविद्यालय में चल रहे जनपदीय संस्कृत साप्ताहिक समारोह का समापन रविवार को हुआ। इसमें विधायक अनुराग सिंह ने कहा कि विश्वगुरु बनने के लिए संस्कृति व संस्कारों को सुदृढ़ करने के साथ ही संस्कृत भाषा के प्रचार प्रसार पर भी काम करना होगा। उन्होंने संस्कृत के वैज्ञानिक महत्व पर नासा के वैज्ञानिकों के शोध का भी विशेष उल्लेख किया।
छात्रों ने संस्कृत गीत गायन द्वारा संस्कृत भाषा का प्रचार प्रसार, संस्कृत स्लोगन, संस्कृत कथा वाचन, पौधारोपण,सुभाषित कथा, अंत्याक्षरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जनपद स्तर पर एक भारत श्रेष्ठ भारत थीम भारतीय संस्कृति एवं संस्कृत भाषा के महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला गया। अध्यक्षता प्राचार्य डा. ब्रह्मानंद शुक्ल व संचालन डा.रमापति त्रिपाठी ने किया। इस दौरान आदर्श, सुंदरम तिवारी, विकास तिवारी, अभिजीत शुक्ल, देवांशिक पांडेय, विकास तिवारी, अभिजीत शुक्ल, विशाल दुबे, हर्ष उपाध्याय, भानू उपाध्याय आदि ने श्लोक गायन प्रस्तुत किया। इसमें विजय बहादुर सिंह, गौरीनाथ दीक्षित लक्ष्मी कांत पांडेय, निर्मला सिंह आनंद, सुरजीत कौर आदि रहे।