घायल महिला को लेकर वेंटीलेटर समेत Moradabad SSP आवास पर किया हंगामा, दिल्ली जाते समय रास्ते में मौत
Moradabad News रक्षाबंधन पर अमरोहा से मुरादाबाद भाई को राखी बांधने आ रही महिला शिक्षक सड़क हादसे में घायल हो गई थी। हालत गंभीर होने पर महिला को वेंटीलेटर पर रखा गया था। साथ ही मुरादाबाद के डॉक्टरों ने दिल्ली रेफर कर दिया था।
जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। Moradabad News : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) के आदेश हैं कि पुलिस थानों में शत-प्रतिशत मुकदमे लिखे जाएं। लेकिन ऐसा हकीकत में हो नहीं रहा है। मुरादाबाद (Moradabad) में रक्षाबंधन (Rakshabandhan) के दिन हुए एक सड़क हादसे का ही उदाहरण लें। दुर्घटना के बाद मुरादाबाद पुलिस ने पांच दिन तक मुकदमा दर्ज नहीं किया। महिला शिक्षक अस्पताल में भर्ती रही।
डॉक्टरों ने महिला को वेंटीलेटर (ventilator) के साथ दिल्ली रेफर कर दिया। लेकिन पुलिस (Police) की कार्यप्रणाली से नाराज महिला के परिवार वालों ने ऐसा कदम उठाया कि उसकी जिंदगी पर बन आई। परिवार वाले महिला को बुधवार की शाम वेंटीलेटर के साथ मुरादाबाद एसएसपी (Moradabad SSP) के अवास लेकर पहुंच गए।
अभी तक मुकदमा दर्ज नहीं होने के विरोध में वहां पर प्रदर्शन करने के साथ हंगामा शुरू कर दिया। नाजुक स्थिति देख पुलिस अफसरों में खलबली मच गई। अफसरों ने परिवार वालों को समझाया कि मुकदमा लिख लिया जाएगा, तब वह घायल शिक्षक को लेकर दिल्ली के लिए रवाना हुए। लेकिन रास्ते में महिला ने दम तोड़़ दिया।
अमरोहा (Amroha) जनपद के हसनपुर स्थित होली वाला मुहल्ला निवासी जयश्री यादव शिक्षिक थीं। 11 अगस्त को वह रक्षाबंधन पर भाई को राखी बांधने के लिए बाइक से मुरादाबाद आ रही थीं। मझोला के गागन तिराहा पर दोपहर करीब ढाई बजे कार ने उनकी बाइक में टक्कर मार दी थी।
सड़क गिरकर शिक्षिका गंभीर रूप से घायल हो गई थी। बाइक स्कूल प्रिंसिपल पंकज वर्मा चला रहे थे। घायल जयश्री यादव के मामा हेमंत यादव ने बताया कि हादसे के बाद कार सवार लोगों ने भांजी को अस्पताल में भर्ती कराया। लेकिन, हालत गंभीर होने पर कांठ रोड स्थित अस्पताल के लिए रेफर कर दिया था।
स्वजन ने मझोला थाने में तहरीर दी। लेकिन, पुलिस ने उन्हें बिना जानकारी दिए स्वत: ही पूरे मामले में समझौता कर दिया। आरोपित कार को थाने से छुड़ाकर ले गए। कार अमरोहा के डिडौली थाना क्षेत्र स्थित के ग्राम प्रधान की है। चार दिन से स्वजन मुकदमा दर्ज कराने के लिए थाने के चक्कर काट रहे हैं।
वहीं, मरीज की हालत गंभीर होने पर डाक्टरों ने दिल्ली के लिए रेफर कर दिया। बुधवार शाम करीब पांच बजे घायल शिक्षिका को वेंटीलेटर एंबुलेंस में लेकर स्वजन एसएसपी आवास पर पहुंचकर मझोला पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन करने लगे। सूचना मिलने पर सीओ सिविल लाइंस के साथ इंस्पेक्टर गजेंद्र सिंह, मझोला थाना प्रभारी धनंजय सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए। पुलिस अफसरों ने परिवार को समझाकर शांत कराया।
इसके बाद उनकी तहरीर लेकर स्वजन को मुकदमा दर्ज कराने के लिए थाने लेकर गए। सीओ सिविल लाइंस आशुतोष तिवारी ने बताया कि पीड़ित पक्ष की तहरीर पर मझोला थाने में कार चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया था। स्वजन ने देर रात मौत होने की पुष्टि की है। मामले में अमरोहा पुलिस से जानकारी मांगी गई है। मुकदमे की धाराओं को गैर इरादतन हत्या की धाराओं में तरमीम करने की कार्रवाई की जाएगी।