जमीन इंतकाल मामले में मंत्री और विधायकों को किसान कल सौंपेंगे ज्ञापन
किसानों को बेदखल कर उनकी भूमि छीनना चाह रही सरकार तालु जागरण संवाददाता भिवानी
किसानों को बेदखल कर उनकी भूमि छीनना चाह रही सरकार : तालु
जागरण संवाददाता, भिवानी : शामलात देह व जुमला मुस्तरका मालकान भूमि के इंतकाल तोड़कर पंचायतों व नगरपालिकाओं के नाम करने का विरोध किसानों द्वारा लगातार जारी है। इसके विरोध में गत दिनों कारीमोद में महापंचायत भी हुई थी, जिसमें 16 अगस्त को प्रदेश भर के सभी मंत्रियों व विधायकों को ज्ञापन सौंपकर सरकार से इस फैसले को रद्द किए जाने की मांग की जाएगी। यह बात किसान नेता जोगेंद्र तालु ने रविवार को सुरेंद्र सिंह पार्क में आयोजित किसान बैठक को संबोधित करते हुए कही। इस मौके पर किसान नेता जोगेंद्र तालु ने कहा कि वर्ष 1992 में तत्कालीन सरकार ने विलेज कामन लैंड रेगुलेशन अधिनियम 1961 में संशोधन कर जुमला मुस्तरका मालकान जमीनों को पंचायती जमीन करार दे दिया था, लेकिन अप्रैल 2022 को सुप्रीम कोर्ट ने फिर से शामलात देह और जुमला मुस्तरका मालकान भूमि वापस पंचायतों और नगरपालिकाओं को करने के आदेश दिए हैं। इसके इसके विरोध में किसान विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं तथा मांग कर रहे हैं कि इस फैसले को लागू न किया जाए। किसानों की मांग है कि इस फैसले को अध्यादेश के जरिए रद्द किया जाए। तालु ने इस फैसले को रद करवाने की मांग को किसान 16 अगस्त को सुबह 10 बजे भगत सिंह चौक पर एकत्रित होंगे तथा वहां से प्रदर्शन करते हुए कृषि मंत्री जेपी दलाल, पूर्व मंत्री एवं तोशाम से विधायक किरण चौधरी एवं भिवानी विधायक घनश्याम सर्राफ को ज्ञापन सौंपेंगे। इस अवसर पर महाराज सदानंद सरस्वती, जाटु खाप 84 से कुलदीप धनाना, सोनू बागनवाला, सुरेंद्र पंघाल, हरकेश बड़ेसरा, कर्मबीर मुंढ़ाल, राजकुमार जताई, विकास तालु, सुंदर पहलवान, राजसिंह धनाना, ईश्वर बागनवाला, साहिल श्योराण सहित अनेक किसान मौजूद रहे।