नई तकनीक से खाद व कीटनाशक का छिड़काव करेंगे किसान
ड्रोन से नैनो यूरिया व कीटनाशक का छिड़काव किया जाएगा।
नई तकनीक से खाद व कीटनाशक का छिड़काव करेंगे किसान
देवरिया: कृषि क्षेत्र में हर दिन नया-नया प्रयोग हो रहा है। फसलों में खाद व कीटनाशक के छिड़काव कृषि ड्रोन से किया जाएगा। जिले के तीन किसानों ने कृषि विभाग में ड्रोन के लिए आवेदन किया है। ड्रोन से खाद के छिड़काव से किसानों के समय व रुपये दोनों की बचत होगी।
ज्यादा खाद का प्रयोग करने से खेतों की उर्वरा शक्ति कम होती है। अब लोग यूरिया की बोरी के खाद का प्रयोग करने से परहेज कर रहे हैं और नैनो यूरिया का प्रयोग कर रहे हैं। नैनो खाद का प्रयोग करने के लिए अब कृषि विभाग ड्रोन की सुविधा उपलब्ध करा रहा है। कृषि ड्रोन सब्सीडी पर उपलब्ध कराने के लिए कृषि विभाग ने आवेदन मांगा है। जिले के तीन किसानों ने आवेदन किया है। हालांकि अभी मुख्यालय से कब तक उन्हें ड्रोन मिलेगा, इसकी तिथि तय नहीं हो सकी है।
ड्रोन से छिड़काव का यह होता है लाभ
ड्रोन से नैनो यूरिया व कीटनाशक का छिड़काव किया जाएगा। ड्रोन यदि आटोमेटिक मोड में है तो जितना रकबा उसमें सेट किया जाएगा, उतने रकबे में स्प्रे कर अपने आप लौट आयेगा। अभी किसानों को हाथ या ट्रैक्टर से स्प्रे करने पर प्रति एकड़ सौ लीटर पानी में 500 मिली लीटर खाद मिलाकर स्प्रे करना पड़ता है। इसमें करीब एक घंटे तक समय लगता है। ड्रोन स्प्रे में एक एकड़ में सिर्फ 250 मिली लीटर नैनो यूरिया और दस लीटर पानी मिलाना होगा। ड्रोन के माध्यम से स्प्रे करने पर सिर्फ 200 रुपए प्रति एकड़ का खर्च आएगा। ड्रोन स्प्रे का फायदा यह रहेगा कि किसानों को खाद और कीटनाशक के छिड़काव के लिए फसलों के बीच में जाना नहीं पड़ेगा। इससे फसलों को नुकसान होने से बचाव होगा। ड्रोन में सेंसर लगा होगा, जिसकी मदद से रास्ते में बिजली का पोल या पेड़ आने पर स्वयं ही बचकर निकल जाएगा। इसके अलावा ड्रोन में लगे कैमरे से घर पर किसान फोटो में देख सकेगा कि पूरे खेत में किस जगह पर बीमारी या कीड़ा लगा है।
ड्रोन के लिए किसानों ने आवेदन किया है, उनके आवेदन को मुख्यालय भेज दिया गया है। जल्द ही सब्सिडी पर उन्हें कृषि ड्रोन उपलब्ध कराया जाएगा।
विकेश कुमार, उप कृषि निदेशक