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मुआवजे के लिए किसानों ने हाईवे पर लगाया जाम

बागों व नरमे की बर्बाद हुई फसल के मुआवजे की मांग को लेकर भारतीय किसान यूनियन राजेवाल की ओर से पंजाब-राजस्थान की सीमा से सटे गांव गुमजाल में पक्का मोर्चा लगा दिया है। ि

By JagranEdited By: Published: Wed, 17 Aug 2022 09:53 PM (IST)Updated: Wed, 17 Aug 2022 09:53 PM (IST)
मुआवजे के लिए किसानों ने हाईवे पर लगाया जाम
मुआवजे के लिए किसानों ने हाईवे पर लगाया जाम

संवाद सहयोगी, अबोहर : बागों व नरमे की बर्बाद हुई फसल के मुआवजे की मांग को लेकर भारतीय किसान यूनियन राजेवाल की ओर से पंजाब-राजस्थान की सीमा से सटे गांव गुमजाल में पक्का मोर्चा लगा दिया है। किसानों ने राजस्थान से पंजाब में प्रवेश करने वाली सड़क को बिलकुल बंद कर दिया है। किसानों की ओर से केवल एंबुलेंस व सेना के वाहनों को आने-जाने की छूट दी जा रही है। किसानों की ओर से लगाए गए जाम के कारण पंजाब से राजस्थान जाने वाले व राजस्थान से पंजाब आने वाले लोगों के लिए भारी मुसीबत खड़ी हो गई है। किसानों का धरना दिन रात जारी रहेगा। वहीं धरने के चलते पुलिस ने रूट डायवर्ट कर दिया है। भारतीय किसान यूनियन राजेवाल के जिला प्रधान सुखमंदर सिंह ने बताया कि इस साल मार्च-अप्रैल में पड़ी गर्मी के कारण 80 प्रतिशत से अधिक बागों की फसल नष्ट हो चुकी है। जिले में करीब 34 हजार हेक्टेयर रकबे में बाग लगे हैं। प्रति एकड़ करीब दो लाख की फसल होनी थी और बागवानों का एक लाख 40 हजार रुपये प्रति एकड़ का नुकसान हो चुका है। शेर सिंह, बलवीर सिंह, महिदर कुमार, कुलवंत सिंह, नरिदर कुमार, बलराज सिंह व सुखजिदर सिंह ने बताया कि नहरबंदी से न केबल नरमे की बिजाई न केवल प्रभावित हुई बल्कि नरमे की बिजाई कम हो पाई। उन्होंने कहा कि गर्मी व पानी की कमी के कारण कई बागों के पौधे तक सूख गए, जिस कारण बागवान उनको उखाड़ने पर मजबूर हो गए। उन्होंने कहा कि बागवान इस उम्मीद पर है कि सरकार उनकी भरपाई करेगी, लेकिन सरकार ने उनकी अभी तक सार नहीं ली। इसके अलावा नरमे की फसल सफेद मच्छर के कारण नष्ट हो गई। उन्होंने कहा कि अब उनकी मांग है कि सरकार बागों व नरमे की बर्बाद हुई फसल का पूरा मुआवजा जारी करें व उन्हें नहरी पानी दे। उन्होंने कहा कि जब तक सरकार का कोई मंत्री या मुख्यमंत्री खुद इस बारे में घोषणा नहीं करते तब तक यह धरना जारी रहेगा। किसान नेता सुशील सियाग ढींगा वाली ने बताया कि पिछले तीन सीजन से किन्नू घाटे का सौदा बना हुआ है क्योंकि 2019-20 में लाकडाउन से बहुत नुकसान हुआ, 2020-21 में भाव बिल्कुल कम थे और 2021-22 में उपज नाममात्र होने से किसान के हाथ खाली रहे। उधर, दिन भर प्रशासनिक अधिकारी किसानों से बातचीत कर उन्हें मनाने की कोशिश में लगे रहे लेकिन किसान अपनी मांग पर अड़े हुए है कि अब लालीपाप से काम नहीं चलेगा।

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पुलिस ने डायवर्ट किया रूट गंगानगर से अबोहर जाने साधुवाली बाईपास से सिद्धि लिक रोड से निकाले जा रहे हैं। राजस्थान जाने वाले साधू वाले बाइपास से सीधा भागसर-अच्चा डिकी पंजाब आ सकते है। श्रीगंगानगर से वाया हिदुमलकोट रोड से भी पंजाब आया जा सकता है।


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