किसानों ने बिजली संशोधन बिल की फूंकी प्रतियां
चित्र पुलिस कर्मचारियों ने किसानों को बेरिकेड लगाकर लघु सचिवालय में जाने से रोका जागरण्
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पुलिस कर्मचारियों ने किसानों को बेरिकेड लगाकर लघु सचिवालय में जाने से रोका
जागरण संवाददाता, सिरसा: लघु सचिवालय के सामने संयुक्त किसान मोर्चा अराजनीतिक के आह्वान पर देशभर में बिजली संशोधन बिल-2022 के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया। किसानों ने बिजली संशोधन बिल की प्रतियां व प्रधानमंत्री का पुतला फूंका गया। पुलिस कर्मचारियों ने किसानों को लघु सचिवालय में जाने से बेरिकेड लगाकर रोक दिया। इससे पहले सुबह 11 बजे शहीद भगत सिंह खेल स्टेडियम में किसान एकत्रित हुए। स्टेडियम से काले झंडे हाथ में लेकर नारेबाजी करते हुए लघु सचिवालय के सामने पहुंचे।
बिल संविधान के खिलाफ
किसान संगठन नेता जसबीर भाटी व भारतीय किसान एकता के प्रदेशाध्यक्ष मैक्स साहुवाला ने संयुक्त रूप से बताया कि 11 दिसंबर 2021 को जब किसान आंदोलन स्थगित किया जा रहा था, उस समय केंद्र सरकार ने वायदा किया था कि संयुक्त किसान मोर्चा से सलाह-मशविरा किये बगैर यह बिल संसद में पेश नहीं किया जाएगा। लेकिन सरकार ने वादाखिलाफी करते हुए 8 अगस्त 2022 को यह बिल संसद में पेश कर दिया। यह बिल संविधान के खिलाफ है और राज्य सरकार के अधिकारों को छीनने की साजिश है। नए बिल के तहत केंद्र सरकार को ये अधिकार होगा कि वो किसी भी राज्य की बिजली सप्लाई को इस आधार पर कम कर सकती है कि उस राज्य ने पिछली पेमेंट नहीं की है। ऐसी स्थिति में उस राज्य के किसानों को बिजली संकट का सामना करना पड़ेगा।
किसान विरोधी निर्णय लिए जा रहे हैं
उन्होंने बताया कि 2014 में जब से मोदी सरकार सत्ता में आई है, तब से सरकार लगातार किसान विरोधी निर्णय लेती जा रही है। यदि सरकार ने बिजली संशोधन बिल-2022 को वापस नहीं लिया तो आने वाले समय में संयुक्त किसान मोर्चा अराजनैतिक देशव्यापी आंदोलन की शुरुआत करेगा। इस अवसर पर आत्माराम झोरड़, गुरी सेखों, गुरनाम जब्बर, सुरेंद्र सिंह सरपंच, भूपेंद्र नंबरदार, बलजिदर वेदवाला, गगन संधू, उदय गिल व सुखी सरां मौजूद रहे।