स्वतंत्रता दिवस पर भारत-पाक के बीच अटारी बार्डर पर मिठाइयों का आदान-प्रदान, रिट्रीट सेरेमनी में दिखेगा जोश
पाकिस्तान के स्वतंत्रता दिवस के मौके पर अंतरराष्ट्रीय अटारी सीमा पर दोनों देशों के रेंजरों के बीच मिठाई का आदान-प्रदान हुआ। अटारी बार्डर पर रिट्रीट सेरेमनी के लिए भी लोगों में उत्साह है। लोग अभी से पहुंचने शुरू हो गए हैं।
जागरण संवाददाता, अमृतसर। पाकिस्तान के स्वतंत्रता दिवस पर अंतरराष्ट्रीय अटारी सीमा पर दोनों देशों के रेंजरों के बीच मिठाइयों का आदान-प्रदान किया गया। बीएसएफ व पाकिस्तान रेंजर्स ने एक-दूसरे को मिठाई बांटी और इस मौके पर बधाई दी।
पाकिस्तान 14 को स्वतंत्रता दिवस मनाता है, जबकि भारत 15 अगस्त को अपना स्वतंत्रता दिवस मनाता है। दोनों दिन दोनों देशों के रेंजरों के बीच मिठाइयों का आदान-प्रदान होता है। इसके साथ ही इन दोनों दिन अटारी सीमा पर रिट्रीट सेरेमनी देखने का अलग ही नजारा होता है।
Punjab | Pakistan Rangers and Border Security Force (BSF) exchange sweets at Attari-Wagah border, Amritsar on the occasion of Independence Day of Pakistan pic.twitter.com/0TkjIhuSz4— ANI (@ANI) August 14, 2022
यूं तो अटारी-वाघा सीमा पर रिट्रीट सेरेमनी नियमित होती है, लेकिन स्वतंत्रता दिवस व गणतंत्र दिवस पर यहां अलग ही उल्लास होता है। बड़ी संख्या में लोग देश-विदेश से रिट्रीट सेरेमनी को देखने के लिए यहां पहुंचते हैं। यहां जवानों के कदम उनके शौर्य और पराक्रम को दिखाते हैं।
रविवार शाम को अटारी सीमा पर रिट्रीट सेरेमनी देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचना शुरू हो गए हैं। 25000 क्षमता वाली दर्शक दीर्घा आज खचाखच भरी रहेगी। कोविड काल के बाद इस वर्ष रिट्रीट सेरेमनी के लिए अलग ही उत्साह है।
रिट्रीट सेरेमनी के दौरान भारत माता की जय के गगनभेदी जयघोष, हर तरफ गुंजायमान वंदेमातरम और ढोल की थाप पर भारत माता की जय के नारे खूब गूंजते हैं। यह पल अविस्मरणीय होता है।
बीएसएफ के जवानों का जोश इस दौरान देखते ही बनता है। रिट्रीट सेरेमनी की शुरुआत वर्ष 1959 में हुई थी। हर रोज शाम को दोनों देशों के राष्ट्रीय ध्वज समारोह के साथ उतारे जाते हैं। अपने जवानों का जोश बढ़ाने के लिए देशभक्ति के नारे लगाते हैं। रिट्रीट सेरेमनी 156 सेकेंड की होती है। इसके बाद दोनों देशों की सीमा पर बने गेट फिर बंद कर दिए जाते हैं।