बिजली निगम के अधिकारियों ने खोला मोर्चा, विजिलेंस जांच की उठाई मांग
अधिकारियों का कहना है कि यूनियन के सभी मांगें उचाधिकारियों के स्तर की हैं उन्हें समाधान अधिकारी ही करा पाएंग
जागरण संवाददाता, रोहतक:
एचएसईबी वर्कर्स यूनियन के रोहतक सर्कल की पुरानी आइटीआइ स्थित सिटी सब यूनिट नंबर-दो के अधिकारियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। अधिकारियों पर परेशान करने के आरोप लगाकर मांग की है कि प्रताड़ित करने वाले अधिकारियों के खिलाफ विजिलेंस जांच हो। वहीं, अधिकारियों का कहना है कि यूनियन के सभी मांगें उच्चाधिकारियों के स्तर की हैं, उन्हें समाधान अधिकारी ही करा पाएंगे।
सब यूनिट सचिव कुलदीप हुड्डा, यूनिट सहसचिव सतीश बेनीवाल ने बताया कि उप मंडल अधिकारी के अधिकारी पिछले छह से सात महीने से एचएसईबी वर्कर्स यूनियन के कर्मचारियों को प्रताड़ित कर रहा है। कर्मचारी नेताओं ने बताया कि अधिकारियों की मिलीभगत से गड़बड़ियां यहां हुईं हैं लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होती है। इसलिए पूरे प्रकरण में उच्चाधिकारी निष्पक्षता से जांच कराएं। रोहतक से प्लेसमेंट से जुड़ी एक निजी कंपनी के जाने के बाद रोल के ऊपर रखे गए कर्मचारियों में से एक कच्चा कर्मचारी अधिकारियों की शह पर शोषण कर रहा है। लेकिन सारा मामला उजागर होने के बाद जब उपमंडल नंबर-दो के अधिकारियों से शिकायत की, फिर भी मामला दबाया गया। यह भी आरोप लगाए हैं कि भ्रष्टाचार की यह मिलीभगत न तो विभाग के हित में है और न ही कर्मचारी के हित में है। कर्मचारियों को धमकाने के भी आरोप हैं, इसका यूनियन सख्त विरोध करती है और मांग करती है कि सब डिवीजन नंबर दो के इस उपमंडल के अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो। स्टेट विजिलेंस जांच करे। कर्मचारी नेताओं ने कहा कि इस तानाशाह उपमंडल अधिकारी की तानाशाही को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अगर जरूरत पड़ी तो इस आंदोलन को पूरे रोहतक सर्कल के अंदर फैला दिया जाएगा। आज के इस विरोध प्रदर्शन में नवीन कुमार, संदीप कुमार, राज सिंह यूडीसी, मनीष नांदल, ऋषि राम, अशोक कुमार आदि कर्मचारियों ने जोरदार नारेबाजी करते हुए उप मंडल अधिकारी नंबर-2 के व्यवहार की कड़े शब्दों में आलोचना की। वर्जन
यूनियन के पदाधिकारियों की जो भी मांग हैं वह उच्चाधिकारियों से संबंधित हैं। पूरे प्रकरण में हमने उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया है। यदि आरोपों की बात करें तो एक परिवार में आरोप-प्रत्यारोप लगते रहते हैं।
-राज सिंह, एसडीओ, सब डिवीजन नंबर-2