Mid-Day Meal में अपने हाथों से उगाई गई फल-सब्जियां खाएंगे छात्र, हर स्कूल में बनेगा 'किचन गार्डन'
इस उद्देशय के लिए हर साल मानव संसाधन मंत्रालय द्वारा प्रत्येक स्कूल को पांच हजार रुपए आवंटित किए जाएंगे।
लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश के परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे अब मिड डे मील में अपने द्वारा फल-सब्जियां उगाएंगे भी और खाएंगे भी। मानव संसाधन मंत्रालय ने राज्य के सभी सरकारी स्कूलों को एक नोटिस जारी करके यह निर्देश दिया है। मंत्रालय की इस योजना का नाम 'किचन गार्डन' है जिसमें आठवीं कक्षा तक के छात्र हिस्सा लेंगे।
राज्य के शिक्षा विभाग के एक अधिकारी के कहा कि जब बच्चे अपने हाथ से सब्जी और फल पैदा करने के लिए मेहनत करेंगे तो सब्जी और फल स्वाद अलग होगा और क्योंकि यह उनकी मेहनत का फल है तो वे इससे जुड़ पाएंगे। इस योजना का उद्देश्य मीड डे मील के पोषक मूल्य को बढ़ावा देना है और साथ ही पौधों सब्जियों और फलों को उगाकर कृषि में बच्चों को प्रोत्साहित करना है।
एचआरडी मिनिस्ट्री के निर्देशों के मुताबिक जिन स्कूलों के पास पौधे उगाने के लिए पर्याप्त जमीन नहीं है वो छत पर बगीचे का निर्माण कर सकते हैं और उपज की खेती के लिए पोट, कंटेनर और बैग का इस्तेमाल कर सकतें हैं। बच्चों द्वारा रसोई बनाने में स्कूल के कर्मचारी और शिक्षक उनकी मदद करेंगे।
उत्तर प्रदेश में बेसिक शिक्षा मंत्री, अनुपम जयसवाल के मुताबिक इस उद्देशय के लिए हर साल मानव संसाधन मंत्रालय द्वारा प्रत्येक स्कूल को पांच हजार रुपए आवंटित किए जाएंगे। प्रत्येक स्कूल को अपने इलाके में उगने वाली सब्जियों और फलों की विविधता को ध्यान में रखते हुए अपनी स्वयं की योजना पर काम करना होगा।
अब खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस, डाउनलोड करें जागरण एप