Move to Jagran APP

विदेशी कॉलेजों से साझेदारी के UGC ने बदले नियम, छात्र भी विदेश में करेंगे पढ़ाई

छात्रों को अंतरराष्ट्रीय माहौल का लाभ दिलाने को यूजीसी ने नियम बदल दिये हैं। अब छात्र को एक या दो सेमेस्टर विदेश में पढ़ाई करनी होगी।

By anand rajEdited By: Published: Fri, 24 Jun 2016 01:07 AM (IST)Updated: Fri, 24 Jun 2016 03:35 AM (IST)
विदेशी कॉलेजों से साझेदारी के UGC ने बदले नियम, छात्र भी विदेश में करेंगे पढ़ाई

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। देश के विश्वविद्यालयों और कालेजों के लिए अब विदेशी शैक्षणिक संस्थानों के साथ साझेदारी आसान हो जाएगी। ये अपने छात्रों को दी जाने वाली डिग्री पर विदेशी संस्थान का नाम भी शामिल कर सकेंगे। हालांकि, इसके लिए छात्र को उस विदेशी संस्थान में कम से कम एक या दो सेमेस्टर के लिए पढ़ने भेजना जरूरी होगा। उच्च शिक्षा के लिए विदेश जाने वाले छात्रों की बड़ी संख्या को देखते हुए सरकार ने यह कदम उठाया है।

loksabha election banner

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने उच्च शिक्षण संस्थानों के लिए विदेशी संस्थानों से साझेदारी के नियमों को काफी उदार कर दिया है। अब भारतीय संस्थान यूजीसी को ऐसी साझेदारी के लिए सीधे आवेदन कर सकेंगे। पहले इसके लिए विदेशी संस्थान को आवेदन करना होता था।

केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि इससे भारतीय विश्वविद्यालयों का विदेशी शैक्षणिक संस्थानों के साथ तालमेल बढ़ेगा। साथ ही छात्रों को भी काफी लाभ होगा। उन्हें ज्यादा विकल्प मिल सकेंगे।विदेशी संस्थान के साथ मिलकर पाठ्यक्रम चलाने की शर्त यह होगी कि स्नातक पाठ्यक्रम में छात्र को कम से कम दो सेमेस्टर और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम में न्यूनतम एक सेमेस्टर विदेशी संस्थान में रहकर पढ़ाई करनी होगी। पाठ्यक्रम पूरा होने पर छात्र को भारतीय संस्थान की ही उपाधि मिलेगी।

मगर उस पर विदेशी साझेदार का नाम लिखा जा सकेगा। तकनीकी रूप से इसे साझा डिग्री नहीं कहा जा सकेगा। लेकिन छात्रों को इसका लाभ जरूर मिलेगा। उच्च शिक्षा के क्षेत्र में छात्रों को बेहतर माहौल उपलब्ध करवाने के साथ ही इससे पढ़ाई के लिए विदेश जाने वाले छात्रों की संख्या में भी कमी आने की उम्मीद है।

ये भी पढ़ेंः शिक्षा से संबंधित सभी खबरों के लिए यहां क्लिक करें

सरकार का मानना है कि इससे विदेश में होने वाला खर्च तो बचेगा ही, मगर विदेशी संस्थानों से साझेदारी होने की वजह से उनकी विदेशों में रोजगार की संभावना में कमी भी नहीं आएगी।

ये भी पढ़ेंः देश की सभी खबरों के लिए यहां क्लिक करें

ये भी पढ़ेंः दुनिया की सभी खबरों के लिए यहां क्लिक करें


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.