यूजीसी ने देश की इन 38 यूनिवर्सिटीज को दी फुलफ्लेज ऑनलाइन प्रोगाम संचालन की दी अनुमति, छात्र चेक करें लिस्ट
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (university Grants Commission UGC) यूजीसी ने देश भर की इन 38 यूनिवर्सिटीज में ऑनलाइन डिग्री कार्यक्रमों को मंजूरी दे दी है। यूनिवर्सिटीज की ओर से सूची जारी होने के बाद यूजीसी की अनुमति के बिना भी ये विश्वविद्यालय फुलफ्लेज ऑनलाइन कार्यक्रम शुरू कर सकते हैं।
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (university Grants Commission UGC), यूजीसी ने देश भर की 38 यूनिवर्सिटीज को ऑनलाइन डिग्री कार्यक्रमों को मंजूरी दे दी है। सूची जारी होने के बाद अब ये विश्वविद्यालय यूजीसी की अनुमति के बिना भी फुलफ्लेज ऑनलाइन कार्यक्रम शुरू कर सकते हैं। यूजीसी की ओर से जारी की सूची के मुताबिक ऑनलाइन डिग्री पाठ्यक्रमों की पेशकश करने वाले कुल विश्वविद्यालयों में से 15 डीम्ड विश्वविद्यालय हैं, 13 राज्य विश्वविद्यालय और तीन केंद्रीय विश्वविद्यालय हैं। इसके अलावा ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी और मणिपाल यूनिवर्सिटी समेत तीन प्राइवेट यूनिवर्सिटी भी शामिल हैं। इन सभी संस्थानों को मिलाकर अभी 171 पाठ्यक्रमों को मंजूरी दी गई है। वहीं इनमें सबसे अधिक 11 संस्थान तमिलनाडु के शामिल हैं, जिनमें 72 पाठ्यक्रमों को मंजूरी दी गई है। इस तरह से तमिलनाडु इकलौता राज्य बन गया है, जहां सबसे ज्यादा संस्थानों को मंजूरी दी गई है।
वहीं केंद्रीय विश्वविद्यालयों में जामिया मिलिया इस्लामिया (जेएमआई) जैसे केंद्रीय विश्वविद्यालय ऑनलाइन मोड में मास्टर ऑफ आर्ट्स (शिक्षा) और मास्टर ऑफ आर्ट्स (पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन) पाठ्यक्रम ऑफर करेंगे। इसके अलावा जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय संस्कृत में मास्टर ऑफ आर्ट्स और मिजोरम विश्वविद्यालय चार ऑनलाइन डिग्री कार्यक्रम शुरू करेगा। वहीं जम्मू विश्वविद्यालय पूरी तरह से ऑनलाइन मोड में मास्टर ऑफ आर्ट्स (अंग्रेजी) और मास्टर ऑफ कॉमर्स के ऑनलाइन कोर्सेज की शुरुआत करेगा।
बता दें कि यूजीसी ने पहले शैक्षणिक सत्र 2020-21 के लिए ऑनलाइन कार्यक्रमों की पेशकश करने के इच्छुक उच्च शिक्षा संस्थानों से आवेदन आमंत्रित किए थे। वहीं ये यूनिवर्सिटी ऑनलाइन प्रोगाम में संचालन के लिए तब पहल कर सकते हैं जब वे यूजीसी के नियमों के अनुसार एनएएसी या एनआईआरएफ रैंकिंग क्राइटेरिया का पालन करते हो।
गौरतलब है कि यूनिवर्सिटी ने कोविड- 19 महामारी के कारण, यूजीसी ने छात्रों को उनकी पढ़ाई में मदद करने के लिए पहले से ही एक सामान्य पाठ्यक्रम के 40 प्रतिशत तक ऑनलाइन पेश करने की अनुमति दी थी। वहीं इस संबंध में ज्यादा जानकारी के लिए छात्र-छात्राएं यूजीसी की आधिकारिक वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं।