Move to Jagran APP

इसबार काफी आसान रहा एनडीए-एनए का पेपर, इतने छात्रों ने दी परीक्षा

एनडीए और एनए का पेपर इसबार पिछले सालों के मुकाबले काफी आसान रहा। इससे कटऑफ ऊपर रहने की संभावना है।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Sun, 21 Apr 2019 07:29 PM (IST)Updated: Sun, 21 Apr 2019 07:29 PM (IST)
इसबार काफी आसान रहा एनडीए-एनए का पेपर, इतने छात्रों ने दी परीक्षा
इसबार काफी आसान रहा एनडीए-एनए का पेपर, इतने छात्रों ने दी परीक्षा

देहरादून, जेएनएन। नेशनल डिफेंस ऐकेडमी और नेवल ऐकेडमी की लिखित परीक्षा (एनडीए-एनए एग्जाम) का पेपर इसबार पिछले सालों के मुकाबले काफी सरल रहा। इससे  कटऑफ ऊपर रहने की संभावना है। यह तकरीबन 43-45 फीसद तक रह सकती है। 

loksabha election banner

संघ लोक सेवा की एनडीए परीक्षा रविवार को दो पालियों में आयोजित की गई। शहर में इसके लिए 40 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। परीक्षा के लिए कुल 16,779 परीक्षार्थी पंजीकृत थे। प्रथम पाली में 11,533 परीक्षार्थियों परीक्षा में शामिल हुए, जबकि द्वितीय पाली में 11276 परीक्षार्थी ही बैठे। 

प्रश्न पत्र को लेकर छात्र काफी हद तक संतुष्ट दिखाई दिए। उन्होंने बताया कि पिछले सालों के मुकाबले इसबार पेपर आसान रहा। गणित में अधिकतम प्रश्न ट्रिग्नोमेट्री और प्रोबेबिलिटी से पूछे गए थे। सबसे कम सवाल 3-डी से आए। इसके अलावा, बीजगणित, कैलकुलस, वेक्टर, मैट्रिक निर्धारण, सेट और सीरीज से प्रश्न भी पूछे गए थे। कुछ छात्रों को ट्रिग्नोमेट्री और कैलकुलस से संबंधित प्रश्न थोड़े चुनौतीपूर्ण लगे। 

इसके अलावा प्रायिकता (प्रोबेबिलिटी) में सूत्र-आधारित प्रश्न कुछ समय लेने वाले थे। पेपर-2 में अंग्रेजी, भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान, इतिहास, भूगोल, करेंट अफेयर्स आदि विषयों से जुड़े प्रश्न थे। अधिकतम प्रश्न सामान्य ज्ञान से पूछे गए थे। अंग्रेजी में सिनोनिम्स, एंटोनीम्स, इडियम्स, एरर फाइंडिंग से जुड़े प्रश्न पूछे गए थे। 

ग्राउंड जीरो डिफेंस इंस्टीट्यूट के निदेशक अवशीष सहगल के अनुसार गणित की बात करें तो प्रश्न सामान्य और सरल थे। जिन्हें हल करने में परीक्षार्थी को जरा भी कठिनाई नहीं हुई होगी। इसी तरह ऐसे में ओवरऑल पेपर भी बहुत मुश्किल नहीं था। जिसका असर कटऑफ पर पड़ेगा। इसके 390-400 तक अंक तक रहने की उम्मीद है। दून डिफेंस एकेडमी के निदेशक संदीप गुप्ता के अनुसार परीक्षा कुल 900 अंकों की होती है। जिनमें गणित का पहला पेपर 300 व सामान्य ज्ञान का 600 नंबर का पेपर होता है। यदि छात्र 385 से 400 तक नंबर ले आता है तो उसकी आगे की राह खुल जाएगी। 

यह भी पढ़ें: नीट परीक्षा में जरा सी गड़बड़ी लगा सकती है आपके करियर पर ब्रेक, जानिए कैसे

यह भी पढ़ें: आयुर्वेद विवि से संबंध निजी कॉलेजों को नहीं नियमों की परवाह, पढ़िए पूरी खबर

यह भी पढेें: यहां उपनल कर्मी को सौंप दी पीएचडी समन्वयक की जिम्मेदारी, जानिए


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.