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NEP 2020: शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने किया NEP 2020 की प्रमुख पहलों का शुभारंभ, पढ़ें डिटेल

NEP 2020 समझ और संख्यात्मकता के साथ पढ़ने में प्रवीणता के लिए राष्ट्रीय पहल (NIPUN) भारत यह सुनिश्चित करना चाहता है कि देश में प्रत्येक बच्चा अनिवार्य रूप से कक्षा 3 के अंत तक 2026-27 तक मूलभूत साक्षरता और संख्यात्मकता प्राप्त कर ले।

By Rishi SonwalEdited By: Published: Mon, 23 Aug 2021 07:13 PM (IST)Updated: Tue, 24 Aug 2021 11:07 AM (IST)
NEP 2020: शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने किया NEP 2020 की प्रमुख पहलों का शुभारंभ, पढ़ें डिटेल
एनईपी 2020 की एक वर्ष की उपलब्धियों पर एक पुस्तिका और एनसीईआरटी का एक वैकल्पिक शैक्षणिक कैलेंडर लॉन्च किया गया।

NEP 2020: केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने आज, 24 अगस्त 2021 को राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP 2020) की प्रमुख पहलों का शुभारंभ किया। प्रमुख पहल के हिस्से के रूप में, शिक्षा मंत्रालय की ओर से जानकारी दी गई कि एनईपी 2020 की एक वर्ष की उपलब्धियों पर एक पुस्तिका और एनसीईआरटी का एक वैकल्पिक शैक्षणिक कैलेंडर भी लॉन्च किया गया। एनईपी प्रमुख पहलों का शुभारंभ आज सुबह 10:15 बजे लाइव प्रसारित किया गया। यह कार्यक्रम YouTube और शिक्षा मंत्रालय के ट्विटर हैंडल पर भी लाइव किया गया। इस संबंध में शिक्षा मंत्रालय के ऑफिशियल ट्वीटर हैंडल से ट्वीट करके जानकारी दी गई थी।

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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एनसीईआरटी के वैकल्पिक शैक्षणिक कैलेंडर 2021-22 में सिलेबस या टेक्सटबुक से लिए गए लर्निंग आउटकम, विषयों और अध्यायों के संदर्भ में दिलचस्प और चुनौतीपूर्ण गतिविधियों की सप्ताहवार योजना शामिल होगी। समझ और संख्यात्मकता के साथ पढ़ने में प्रवीणता के लिए राष्ट्रीय पहल (NIPUN) भारत यह सुनिश्चित करना चाहता है कि देश में प्रत्येक बच्चा अनिवार्य रूप से कक्षा 3 के अंत तक, 2026-27 तक मूलभूत साक्षरता और संख्यात्मकता प्राप्त कर ले। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, शिक्षा मंत्री कल राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान (NIOS) में दीक्षा (DIKSHA) और वर्चुअल स्कूल पर संसाधनों का भी उद्घाटन करेंगे।

विभाग ने इसे लचीला और सहयोगी बनाने के लिए कार्यान्वयन भागीदारों, विशेषज्ञों के साथ गहन परामर्श की एक श्रृंखला के माध्यम से, निपुन भारत के तहत एक व्यापक दिशानिर्देश विकसित किया है। इसमें राष्ट्रीय, राज्य, जिला, ब्लॉक और स्कूल स्तरों पर एक कार्यान्वयन तंत्र को प्रभावी ढंग से स्थापित करने के लिए मूलभूत साक्षरता और संख्यात्मकता के साथ-साथ प्रशासनिक पहलुओं के प्रमुख तकनीकी पहलुओं को शामिल किया गया है। इससे पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जुलाई माह में देश भर में शिक्षा क्षेत्र में नीति निर्माताओं, छात्रों, शिक्षकों को संबोधित किया था। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के एक वर्ष पूरा होने के अवसर पर एक वर्चुअल कार्यक्रम आयोजित किया गया था।


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