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10वीं-12वीं के छात्रों को नए साल में मिलेगा तोहफा, डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम स्कूल में खुलेगी ITI

कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रलय से मिली मंजूरी की बदौलत अगले साल जुलाई में दिल्ली छावनी के अंतर्गत औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आइटीआइ) शुरू किया जा रहा है।

By Neel RajputEdited By: Published: Thu, 12 Dec 2019 09:02 AM (IST)Updated: Thu, 12 Dec 2019 09:06 AM (IST)
10वीं-12वीं के छात्रों को नए साल में मिलेगा तोहफा, डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम स्कूल में खुलेगी ITI
10वीं-12वीं के छात्रों को नए साल में मिलेगा तोहफा, डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम स्कूल में खुलेगी ITI

नई दिल्ली [मनीषा गर्ग]।  हर युवा चाहता है उसे पढ़ाई पूरी करने के तुरंत बाद जल्द नौकरी मिल जाए, जिससे वह अपने सपनों को पूरा कर सके। कई विद्यार्थी 10वीं या 12वीं के बाद आर्थिक तंगी, पारिवारिक कारणों या पढ़ाई में कमजोर होने के कारण आगे की पढ़ाई नहीं कर पाते हैं। ऐसे में वे कोई ऐसा कोर्स करना चाहते हैं, जिससे उन्हें जल्द नौकरी मिल जाए या वे अपना कोई कारोबार शुरू कर दूसरों को नौकरी दे सकें।

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कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रलय से मिली मंजूरी की बदौलत अगले साल जुलाई में दिल्ली छावनी के अंतर्गत औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आइटीआइ) शुरू किया जा रहा है। बीते लंबे समय से छावनी परिषद आइटीआइ शुरू करने की दिशा में प्रयासरत था। पश्चिमी दिल्ली की बात करें तो यहां जाफरपुरकलां, पूसा, हरि नगर जेल रोड, जनकपुरी, मायापुरी, तिलक नगर में आइटीआइ स्थित है। वहीं रणहौला व बक्करवाला में आइटीआइ प्रस्तावित है।

स्कूल परिसर में होगा शुरू

डीआइडी लेन पर स्थित डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम विद्यालय को आइटीआइ शुरू करने के लिए चिन्हित किया गया है। अधिकारियों के मुताबिक स्कूल की छुट्टी होने के बाद स्कूल परिसर खाली रहता है, उसका कोई उपयोग नहीं होता। ऐसे में स्कूल के भवन का प्रयोग करते हुए आइटीआइ वहां शुरू करने की योजना बनाई गई है। इस तरीके से आइटीआइ के लिए अतिरिक्त भवन के निर्माण में लगने वाली लागत को भी बचाया जा सकेगा। कुल मिलाकर सुबह के समय स्कूली बच्चों की कक्षा होगी और दिन में आइटीआइ छात्रों की। खास बात यह है कि आइटीआइ के छात्रों को स्कूल की इमारत में अनुकूल माहौल भी मिलेगा।

चार पाठ्यक्रम होंगे शुरू

कंप्यूटर हार्डवेयर एंड नेटवर्क मेनटेनेंस, कारपेंटर, इलेक्ट्रिशियन, मैकेनिक (एयर कंडिशनिंग व फ्रिज)।

जुटाए जा रहे संसाधन

आइटीआइ में किताबी ज्ञान से अधिक व्यवहारिकता पर अधिक जोर दिया जाता है। इसको ध्यान में रखते हुए छावनी परिषद आइटीआइ में पढ़ाए जाने वाले कोर्स के अनुकूल सभी जरूरी सामान की खरीदारी में जुट गया है। साथ ही आइटीआइ में पढ़ाने के लिए प्रशिक्षित शिक्षकों की नियुक्ति की दिशा में भी काम शुरू हो गया है। आइटीआइ में पढ़ने वाले छात्रों को सर्वश्रेष्ठ शिक्षा व सुविधा मिले, इसके लिए छावनी परिषद सतर्क है।

मुख्य कार्यकारी अधिकारी, पुष्पेंद्र सिंह ने कहा, "आइटीआइ शुरू करने का उद्देश्य यह है कि युवाओं में स्किल बढ़े, ताकि उन्हें आसानी से नौकरी मिले और वे आत्मनिर्भर बनें। इससे युवाओं में सकारात्मक बदलाव आएगा। स्किल विकसित होने के बाद वे अपना लघु उद्योग भी शुरू कर दूसरे युवाओं को नौकरी देने योग्य बन सकते हैं। इससे नौकरी के विकल्प बढ़ेंगे और देश विकास की दिशा में अग्रसर होगा।"


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