DU Admissions 2019: पहले ही कटऑफ में भर जाएंगी टॉप के कॉलेजों में सीटें
DU Admissions 2019 दिल्ली यूनिवर्सिटी में दाखले शुरू हो चुके हैं और उम्मीद की जा रही है कि पहली लिस्ट की घोषणा के साथ ही टॉप कॉलेजों में सीटें भर जाएंगी।
नई दिल्ली, जेएनएन। दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) में पहले कटऑफ जारी होने के बाद शनिवार को इसके आधार पर दाखिला लेने का दूसरा दिन था। डीयू के दाखिला समिति के अनुसार शनिवार को शाम 6 बजे बीते दो दिनों के आंकड़ों के तहत कुल 4 हजार से ज्यादा छात्रों के सभी कॉलेजों में दाखिले हो गए। हिंदू कॉलेज, मिरांडा हाउस कॉलेज, किरोड़ीमल कॉलेज, श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स, रामजस कॉलेज, हंसराज कॉलेज, दौलत राम कॉलेज, श्री गुरु तेग बहादुर खालसा कॉलेज जैसे कॉलेजों में छात्र काफी संख्या में दाखिला लेने के लिए पहुंचे। इन सभी कॉलेजों में कुछ पाठ्यक्रम ऐसे हैं जहां पर पहले कटऑफ के आधार पर दूसरे दिन सीटें लगभग भर चुकी हैं।
ऐसी उम्मीद की जा रही है कि इन कॉलेजों के उन पाठ्यक्रमों में जिनमें सीटें भर चुकी हैं। उनमें दूसरी कटऑफ में नंबर नहीं आ सकेगा। हिंदू कॉलेज के पॉलिटिकल साइंस ऑनर्स में कुल 43 सीटें हैं और इसमें 40 सीटों तक छात्रों ने दाखिला ले लिया है। वहीं खालसा कॉलेज में भी ढाई सौ तक सीटें भर चुकी हैं। श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स (एसआरसीसी) में भी बीकॉम ऑनर्स और इकोनॉमिक्स ऑनर्स में भी सभी वर्गों की कुल 687 सीटों में आधी से ज्यादा सीटें भर चुकी हैं। इस कॉलेज में बीकॉम ऑनर्स में कुल 552 सीटें और इकोनॉमिक्स ऑनर्स में कुल 135 सीटें मौजूद हैं। अब छात्रों के पास पहले कटऑफ के आधार पर सोमवार का दिन ही दाखिला लेने की लिए बचा है। छात्रों को रविवार को कॉलेज जाने की जरूरत नहीं है क्योंकि रविवार को छुट्टी है।
आरक्षित वर्ग के छात्रों को प्रमाण पत्र में नाम को लेकर हो रही हैं दिक्कतें -
डीयू के विभिन्न कॉलेजों में आरक्षित वर्ग के छात्रों को अपने प्रमाण पत्रों के लेकर कई तरह की दिक्कतें आ रही हैं। डीयू में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस), अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी), अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी) के छात्रों के लिए सीटें आरक्षित हैं। कॉलेजों के विभिन्न पाठ्यक्रमों में छात्रों को अपने आरक्षित वर्ग के प्रमाण पत्र को भी दाखिले के समय दिखाना है। दिल्ली से बाहर के राज्यों से दाखिले के लिए आ रहे छात्रों को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ा रहा है। महाराष्ट्र, चेन्नई से आ रहे छात्र जो आरक्षित श्रेणी में दाखिला लेना चाहते हैं। उनके प्रमाण पत्र में पिता और बच्चे का नाम दसवीं के प्रमाण पत्र से मेल नहीं खा रहे हैं। जिस वजह से इन छात्रों को दाखिला लेने में परेशानी हो रही है। इस मामले में छात्र डीयू के कॉन्फ्रेंस सेंटर में शिकायत निवारण समिति के कक्ष में भी पहुंच रहे हैं।
आरक्षित श्रेणी के छात्रों को 15 दिनों तक प्रमाण पत्र ठीक कराने के लिए दिया जा रहा है समय -
वहीं आरक्षित श्रेणी के छात्रों की समस्या पर डीयू के शिकायत निवारण समिति के सदस्य असोसिएट प्रोफेसर विजय वर्मा ने कहा कि पहले कटआॅफ के बाद बीते दो दिनों में दो हजार से ज्यादा छात्र समिति के पास अपनी समस्याओं के लेकर पहुंचे हैं। यह सभी श्रेणी के छात्र थे। इन सभी छात्रों को समिति ने 15 दिन का समय दिया है कि वह अपने आरक्षित वर्गों के प्रमाण पत्रों में अपना नाम 15 दिनों में ठीक करा लें। विजय वर्मा ने कहा कि छात्रों के दसवीं के सर्टिफिकेट से जिसे जन्म प्रमाण पत्र के तौर पर देखा जाता है। उनमें मौजूद छात्र का नाम और पिता का नाम उनके आरक्षित श्रेणी के मूल दस्तावेज से मेल नहीं खा रहे हैं। इन छात्रों को इसीलिए अधिकतम 15 दिनों का समय दिया है।
कटऑफ की अहम तारीखें-
दूसरी कटऑफ - 4 जुलाई
इस कटऑफ के आधार पर 4 जुलाई से 6 जुलाई के दौरान कॉलेजों में छात्र जाएंगे दाखिला लेने।
तीसरी कटऑफ - 9 जुलाई
इस कटऑफ के आधार पर 9 जुलाई से 11 जुलाई के दौरान कॉलेजों में छात्र जाएंगे दाखिला लेने।
चौथी कटऑफ - 15 जुलाई
इस कटऑफ के आधार पर 15 से 20 जुलाई के दौरान कॉलेजों में छात्र जाएंगे दाखिला लेने।
पांचवी कटऑफ - 20 जुलाई
इस कटऑफ के आधार पर 20 जुलाई से 23 जुलाई के दौरान कॉलेजों में छात्र जाएंगे दाखिला लेने।