DU Admissions 2019: तीसरे कटऑफ के तहत 11 तक होंगे दाखिले
DU Admissions 2019 डीयू के नॉर्थ कैंपस और साउथ कैंपस के प्रमुख कॉलेजों में कई कोर्सेज में दाखिले बंद हो चुके हैं। थर्ड लिस्ट के तहत 11 जुलाई तक ही एडमिशन होंगे।
नई दिल्ली, जेएनएन। दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) की तरफ से सभी कॉलेजों का तीसरा कटऑफ जारी कर दिया गया है। डीयू के नॉर्थ कैंपस और साउथ कैंपस के प्रमुख कॉलेजों में कई पाठ्यक्रमों में दाखिला बंद हो चुका है। वर्हीं हिंदू कॉलेज में इकोनॉमिक्स ऑनर्स में तीसरा कटऑफ सर्वाधिक 98 फीसद रखा गया है। दूसरे कटऑफ की बात करें तो हिंदू कॉलेज में इकोनॉमिक्स ऑनर्स में 98.25 फीसद तक गया था। इसी तरह से कई कॉलेजों में प्रमुख पाठ्यक्रमों में 97 फीसद से 96 फीसद तक इसी तरह से ऊंचे कटऑफ निर्धारित किए गए हैं।
दाखिला लेने के लिए इसका रखें ध्यान :
- छात्र अपने 10वीं, 12वीं के सर्टिफिकेट की कॉपी हस्ताक्षर करके कॉलेजों में पहुंचें।
- छात्र जिस भी श्रेणी के हैं, उसके प्रमाण पत्र लेकर पहुंचे। प्रमाण पत्र तैयार होने के लिए संबंधित एजेंसी में आवेदन किया है। तो उस श्रेणी के प्रमाण पत्र की प्राप्ति रसीद की कॉपी से भी छात्र दाखिला ले सकते हैं।
- ओबीसी नॉन क्रीमी लेयर का प्रमाण पत्र 31 मार्च 2019 के बाद का होना चाहिए।
कॉलेजों का सामान्य श्रेणी के लिए तीसरा कटऑफ जारी
दाखिला रद कराने के लिए इन बातों का रखें ध्यान
शिकायत निवारण समिति के सदस्य एसोसिएट प्रोफेसर रजनीकांत वर्मा ने बताया कि दूसरे कटऑफ के बाद जिन भी छात्रों का उनके मनपसंद पाठ्यक्रम व कॉलेज में नंबर आ रहा है, वह दाखिला रद करा सकते हैं। लेकिन, इसके लिए उन्हें एक हजार रुपये शुल्क देने होंगे। दाखिला रद कराने से पहले छात्रों को यह सुनिश्चित करना होगा कि उनका तीसरे कटऑफ में उस पाठ्यक्रम में नंबर आ रहा है जिसमें वह दाखिला लेना चाहते हैं।
कॉलेजों के कटऑफ का प्रिंटआउट डीयू की वेबसाइट से डाउनलोड कर लें। इसके बाद छात्र कॉलेजों में जिस भी पाठ्यक्रम में दाखिला लेना चाहते हैं वहां पर जाकर कॉलेज के अधिकारियों से अपने दस्तावेजों की कॉपी दिखाकर यह जांच कराएं कि आप तीसरे कटऑफ में दाखिला लेने योग्य हैं। इसके बाद छात्र डीयू की वेबसाइट में जाकर अपना दाखिला रद करा लें और जिस भी कॉलेज में दाखिला लेना है उसमें सेमेस्टर फीस भर दें।
अगर छात्र ने दूसरे कटऑफ में सेमेस्टर फीस जमा कराई है और दूसरे कॉलेज में पाठ्यक्रम की ज्यादा फीस है तो छात्रों को अतिरिक्त फीस और देनी होगी और बाकी फीस डीयू प्रशासन उस कॉलेज में ट्रांसफर कर देगा।