UPSC Exam result: नाम अंकुश पर रुका नहीं वह, मेहनत के दम पर हासिल की 238 वीं रैंक
अंकुश भाटी बचपन से ही पढ़ने में बहुत तेज रहे हैं । उनकी सारी शिक्षा केंद्रीय विद्यालय से हुई है। रांची के बिड़ला इंस्टीट्यूट से उन्होंने बीटेक किया था।
नोएडा [धर्मेंद्र चंदेल]। जेवर के रामपुर बांगर गांव के रहने वाले एयरफोर्स के रिटायर्ड सार्जेंट का बेटा आइपीएस अधिकारी बनेगा। शुक्रवार को जारी हुए भारतीय प्रशासनिक सेवा के परीक्षा परिणाम में उसने 238 वी रैंक हासिल की। किसान परिवार में जन्मे अंकुश भाटी के पिता जगत सिंह भाटी किसान के बेटे हैं । जगत सिंह एयर फोर्स में सार्जेंट के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं । उनके बेटे अंकुश भाटी ने यूपीएससी की परीक्षा में 238 वी रैंक हासिल कर गौतमबुद्ध नगर का नाम रोशन किया है। उनको आइपीएस मिलने की संभावना है।
अंकुश भाटी बचपन से ही पढ़ने में बहुत तेज रहे हैं । उनकी सारी शिक्षा केंद्रीय विद्यालय से हुई है। रांची के बिड़ला इंस्टीट्यूट से उन्होंने बीटेक किया था। यूनिवर्सिटी टॉप करने पर उनको गोल्ड मेडल मिला। गोल्ड मेडलिस्ट का पुरस्कार राष्ट्रपति ने प्रदान किया था। अंकुश भाटी ने एक साल तक पुणे में एक्साइज इंडस्ट्री में नौकरी की थी । उसके बाद वे 2 साल पहले गाजियाबाद के मोहन नगर के करहेड़ा कॉलोनी में अपनी बड़ी बहन और माता-पिता के साथ रहने लगे। उनकी बड़ी बहन इंफोसिस में इंजीनियर है।
अंकुश ने अपनी सफलता का श्रेय माता, पिता, बहन और ईश्वर को दिया। उन्होंने कहा कि माता ने मेरी बहुत मदद की। उन्हीं की प्रेरणा लेकर में यूपीएससी की परीक्षा में सफल हुआ हूं। वे दूसरे प्रयास में सफल हुए है। पहले प्रयास में वे क्वालीफाई नहीं कर पाए थे। जेवर क्षेत्र के विधायक धीरेंद्र सिंह ने रामपुर बांगर गांव पहुंचकर, उनके परिजन को अंकुश की सफलता के लिए बधाई दी।