Mumbai University Admission 2020: यूजी कोर्स में प्रवेश के लिए आज से मिलेंगे एप्लीकेशन फॉर्म, ऐसे करें अप्लाई
Mumbai University Admission 2020 मुंबई यूनिवर्सिटी में आज यानी 24 जुलाई 2020 से यूजी पाठ्यक्रमों के लिए ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया शुरू होने वाली है।
Mumbai University Admission 2020: मुंबई यूनिवर्सिटी में अंडर ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों में प्रवेश पाने वाले स्टूडेंट्स के लिए जरूरी खबर है। मुंबई यूनिवर्सिटी में आज, यानी 24 जुलाई, 2020 से यूजी पाठ्यक्रमों के लिए ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया शुरू होने वाली है। यूनिवर्सिटी द्वारा 21 जुलाई, 2020 को ऑफिशियल वेबसाइट पर जारी नोटिस के अनुसार एप्लीकेशन फॉर्म्स की बिक्री 24 जुलाई, 2020 से शुरू होनी है, जो 4 अगस्त, 2020 को समाप्त होगी। यूनिवर्सिटी के संबद्ध कॉलेजों में प्रवेश पाने के इच्छुक स्टूडेंट्स ऑफिशियल वेबसाइट, mu.ac.in या mum.digitaluniversity.ac पर विजिट कर आवेदन कर सकते हैं। वहीं, उम्मीदवार ऑनलाइन फॉर्म के लिए यूनिवर्सिटी की वेबसाइट पर नजर बनाए रखें।
इन स्टेप से करें आवेदन
मुंबई यूनिवर्सिटी में प्रवेश पाने को आवेदन के लिए उम्मीदवार मुंबई विश्वविद्यालय की ऑफिशियल वेबसाइट, mu.ac.in पर विजिट करें। होमपेज पर स्टूडेंट्स सेक्शन में एडमिशन पर जाएं। अब एडमिशन लिंक पर क्लिक कर रजिस्टर करें। रजिस्ट्रेशन को पूरा करने के बाद रजिस्ट्रेशन नंबर और पासवर्ड का उपयोग करके लॉगइन करें। अब उम्मीदवारों को एडमिशन फॉर्म लिंक पर क्लिक करना होगा और अपना विवरण भरना होगा। उम्मीदवार यहां मांगी गई अपने सभी शैक्षणिक विवरण को ध्यान पूर्वक और सावधानी से भरें। इसके बाद अपने हस्ताक्षर और फोटोग्राफ के डिजिटल इमेज अपलोड कर सबमिट करें।
बता दें कि एडमिशन फॉर्म ऑनलाइन मोड में उपलब्ध होंगे और उम्मीदवारों को एडमिशन फॉर्म जमा करने के समय प्री-एडमिशन ऑनलाइन फॉर्म संलग्न करना होगा। एडमिशन फॉर्म के साथ प्री-एडमिशन ऑनलाइन फॉर्म की एक कॉपी 27 जुलाई, 2020 से 4 अगस्त, 2020 के बीच जमा की जानी है। पहली मेरिट सूची 4 अगस्त, 2020 को शाम 7 बजे तक जारी की जाएगी। जबकि, दूसरी मेरिट लिस्ट 10 अगस्त को शाम 7 बजे तक और तीसरी मेरिट लिस्ट 17 अगस्त 2020 को जारी की जाएगी।
बता दें कि मुंबई यूनिवर्सिटी के संबद्ध कॉलेजों के मेरिट लिस्ट के अंकों को प्रवेश के लिए कट ऑफ माना जाता है। मुंबई यूनिवर्सिटी अलग से कट ऑफ सूची जारी नहीं करता है। कट-ऑफ को प्रभावित करने वाले कारक प्रतिभागी संस्थानों की संख्या, आवेदन करने वाले स्टूडेंट्स और वर्ष के एचएससी परिणाम पर निर्भर करते हैं। कट-ऑफ भी उन सीटों की संख्या पर निर्भर करती है, जो यूनिवर्सिटी के प्रत्येक कॉलेज में होती हैं।