छोटे और आनलाइन कोर्स शुरू करने की तैयारी में जुटे देश के ज्यादातर विश्ववविद्यालय
राष्ट्रीय रैकिंग वाले देश के शीर्ष सौ उच्च शिक्षण संस्थानों और विश्वविद्यालयों को आनलाइन कोर्स शुरु करने की मंजूरी दी है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। कोरोना संकट के चलते तेज हुई आनलाइन शिक्षा की मुहिम में ज्यादातर विश्वविद्यालय भी अब बड़े बदलाव की ओर बढ़े है। जो मौजूदा परिस्थितियों में छोटे और ज्यादा से ज्यादा आनलाइन कोर्स शुरु करने को लेकर उत्सुक है। हाल ही में बड़ी संख्या में विश्वविद्यालयों ने इसे लेकर यूजीसी से संपर्क किया है। हालांकि इसे मंजूरी देने से पहले मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने स्वयं के जरिए चलाए गए कुछ खास कोर्सो को भी विश्वविद्यालयों के लिए आफर किया है। जिन्हें इन्हें शुरू करने की छूट होगी।
आनलाइन कोर्सो को लेकर विश्वविद्यालय की यह रूचि उस समय सामने आयी है, जब सरकार ने राष्ट्रीय रैकिंग वाले देश के शीर्ष सौ उच्च शिक्षण संस्थानों और विश्वविद्यालयों को आनलाइन कोर्स शुरु करने की मंजूरी दी है। इसके साथ ही इन सभी संस्थानों से 30 मई तक इसे लेकर अपने प्रस्ताव भी देने है। वहीं विश्वविद्यालयों को जुलाई से शुरू हो रहे शैक्षणिक सत्र में इन कोर्सो को शुरु करना है। मौजूदा नियमों के तहत आन लाइन कोर्स शुरु करने से पहले संस्थानों को यूजीसी ने मंजूरी लेना जरूरी है। ऐसे में इन संस्थानों की ओर से बड़ी संख्या में ऐसे प्रस्ताव आ रहे है। मानव संसाधन विकास मंत्रालय से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक उन्हीं कोर्सो को मंजूरी दी जाएगी, जो मौजूदा समय में उपयुक्त होंगे। साथ ही शैक्षणिक ढांचे को प्रभावित न करने वाले हो।
अभ्यास एप को 72 घंटे में दो लाख छात्रों ने किया किया डाउनलोड
लाकडाउन के चलते घरों में रहकर नीट और जेईई मेंस जैसी परीक्षाओं की तैयारी में जुटे छात्रों की मदद के लिए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) की ओर से लांच किए अध्ययन एप को खूब पंसद किया गया है। मानव संसाधन विकास मंत्रालय के मुताबिक एप को लांच होने के 72 घंटे में इसे दो लाख से ज्यादा छात्रों ने डाउनलोड किया गया है। साथ ही 80 हजार से ज्यादा छात्रों ने इसके लिए मॉक टेस्ट भी दिया है।