रिटेलिंग में ई-कॉमर्स का तड़का, नौकरी के बेहतरीन मौके
ई-कॉमर्स के अलावा इसके अलायड डिवीजन लॉजिस्टिक्स, आइटी/आइटीईएस व वेयरहाउसिंग में नौकरी के मौके लगातार बढ़ रहे हैं।
नई दिल्ली, जेएनएन। डिजिटल और विपणन कंपनी ‘एडमिटेड’ की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, देश में वर्ष 2021 तक ऑनलाइन खरीदारों की संख्या करीब 90 फीसदी तक बढ़ने की उम्मीद है। इससे पता चलता है कि देश के लोगों, खासकर युवाओं में ई-शॉपिंग का क्रेज किस कदर बढ़ रहा है। लोग पहले की तरह छूट पाने के लिए सिर्फ त्योहारों पर ऑनलाइन खरीदारी करने की बजाय अब पूरे साल मोबाइल, लैपटॉप, इलेक्ट्रॉनिक आइटम, ब्रांडेड कपड़े, फूड आइटम, जूते जैसी चीजें खरीद रहे हैं।
अलीबाबा, अमेजन, स्नैपडील, जबान्ग, मिंत्रा, होमशॉप 18 जैसी ऑनलाइन कंपनियां भी ग्राहकों को लुभाने के लिए आजकल पूरे साल सेल चला रही हैं। कई प्रोडक्ट पर कैशबैक और अन्य छूट ऑफर कर रही हैं। ऑनलाइन शॉपिंग के बढ़ते चलन से अब ग्राहक रोजमर्रा की जरूरत का सामान, ग्रॉसरी आदि भी एक क्लिक पर खरीदना पसंद करने लगे हैं। ऑनलाइन शॉपिंग की तरफ लोगों के आकर्षित होने की एक वजह यह भी है कि वे बाजार की भीड़भाड़ से बच जाते हैं। साथ ही, अक्सर मार्केट में न मिल पाने वाले ढेरों प्रोडक्ट यहां उन्हें आसानी से मिल जाते हैं। यही कारण है कि ई-कॉमर्स के अलावा इसके अलायड डिवीजन लॉजिस्टिक्स, आइटी/आइटीईएस व वेयरहाउसिंग में नौकरी के मौके लगातार बढ़ रहे हैं।
पांच साल, दोगुना कारोबार
देश में ऑनलाइन खुदरा कारोबार (ई-कॉमर्स) का राजस्व अगले पांच वर्षों में दोगुना हो जाएगा, क्योंकि ई-कॉमर्स का बाजार सालाना काफी तेजी से बढ़ रहा है। ‘एडमिटेड’ की मानें, तो कुल इंटरनेट उपभोक्ताओं की भागीदारी बढ़ने से वर्ष 2021 तक करीब 45 प्रतिशत लोगों के नियमित रूप से ऑनलाइन खरीदारी करने की उम्मीद है, जो अभी सिर्फ 17 प्रतिशत के लगभग है। ऑनलाइन खरीद में स्मार्टफोन का हिस्सा अभी करीब 30 फीसदी है। लेकिन वर्ष 2020 तक मोबाइल की ई-कॉमर्स राजस्व में भागीदारी बढ़कर 70 फीसदी हो सकती है। अगर इस साल के ही कारोबार की बात करें, तो देश में अमेजन और फ्लिपकार्ट ने बिग बिलियन डेट और ग्रेट इंडियन शॉपिंग फेस्टिवल के जरिए सिर्फ अक्टूबर माह में 15 हजार करोड़ रुपये की बिक्री की। ऐसे में साफ जाहिर है कि आने वाले दौर में यह और ग्रोइंग सेक्टर होगा।
लॉजिस्टिक्स-डिलीवरी में ज्यादा मौके
एचएसबीसी की एक रिसर्च रिपोर्ट की मानें, तो ई-कॉमर्स सेक्टर में आगामी पांच से सात सालों में देशभर में करीब सवा करोड़ नई नौकरियां पैदा हो सकती हैं। ये नौकरियां शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों के लोगों के लिए होंगी। रिपोर्ट के मुताबिक, ऑनलाइन खरीदारी में इजाफा होने से ई-कॉमर्स में सबसे ज्यादा करीब 70 फीसदी नौकरियां लॉजिस्टिक्स और डिलीवरी में मिल सकती हैं। इसी तरह, कस्टमर केयर, आइटी तथा मैनेजमेंट सेक्शन में करीब 30 फीसद तक हायरिंग का अनुमान है।
ई-कॉमर्स ने बढ़ाया आकर्षण
स्नैपडील, फ्लिपकार्ट, अमेजन, मिंत्रा, बिग बास्केट जैसी ऑनलाइन शॉपिंग कंपनियों का जब से विस्तार हुआ है, तब से लॉजिस्टिक सेक्टर की जरूरत और ज्यादा बढ़ी है। अपने डिलीवरी सिस्टम को मजबूत करने के लिए ई-कॉमर्स कंपनियां आजकल अपनी खुद की लॉजिस्टिक टीम भी रखने लगी हैं। लॉजिस्टिक सेक्टर में युवाओं के लिए अवसरों की कमी नहीं है। आज के समय में ई-कॉमर्स से लेकर कमोबेश हर छोटी-बड़ी कंपनी में लॉजिस्टिक मैनेजर और एग्जीक्यूटिव के पद होते हैं। खासतौर से मैन्युफैक्चरिंग, ऑटोमोबाइल, रिटेल सेक्टर, कूरियर कंपनीज, पैकर्स ऐंड मूवर्स, सप्लाई चेन जैसे कंपनियों में हर समय ऐसे प्रोफेशनल्स की मांग रहती है। इसके अलावा, डिस्ट्रीब्यूशन तथा कॉर्गो हैंडलिंग ऐंड शिपिंग से जुड़े प्रतिष्ठानों में भी जॉब्स की अपॉच्र्युनिटीज हैं। आज की तारीख में भी इन सभी कंपनियों के डिलीवरी सेक्शन में बड़ी संख्या में युवा अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
रिटेलिंग में हर तरह के मौके
दिनोंदिन खुल रहे शॉपिंग सेंटर और मल्टीस्टोर मॉल के चलते देश में रिटेलिंग का कारोबार तेजी से बढ़ रहा है। वर्तमान में यह एक बूमिंग इंडस्ट्री है। इसलिए इस सेक्टर में करियर की संभावनाएं भी बढ़ रही हैं। सप्लाई चेन मैनेजमेंट, रिटेल मैनेजमेंट, लॉजिस्टिक्स, मार्केटिंग मैनेजमेंट तथा फाइनेंस से जुड़ा कोर्स करने वाले युवाओं के लिए फ्लिपकार्ट, अमेजन, ऐपमी और शॉपर्सस्टॉप जैसी ऑनलाइन शॉपिंग कंपनियों में अवसर तो हैं ही, साथ में रिटेल कंपनियों में स्टोर मैनेजर, डिपार्टमेंट मैनेजर, मर्चेंडाइज अफसर, कस्टमर केयर एग्जीक्यूटिव, पब्लिक रिलेशन एग्जीक्यूटिव, फ्लोर मैनेजर, सेल्स मैनेजर और सेल्स एग्जीक्यूटिव के तौर पर करियर शुरू कर सकते हैं। इसके अलावा, जगह-जगह खुल रहे मेगामॉल, फैमिली मार्ट, बिग बाजार, ब्रांडेड स्टोर, ब्राइडल वेयर स्टोर, डिजाइनर स्टोर जैसे विभिन्न रिटेल आउटलेट्स पर भी अपने लिए नौकरी तलाश सकते हैं।
कोर्स एवं योग्यताएं
देश के कई संस्थानों में डिप्लोमा/पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन लॉजिस्टिक्स मैनेजमेंट, डिप्लोमा इन लॉजिस्टिक्स ऐंड सप्लाई चेन मैनेजमेंट, एमबीए इन लॉजिस्टिक्स ऐंड सप्लाई चेन मैनेजमेंट, डिप्लोमा इन लॉजिस्टिक्स ऐंड पोर्ट मैनेजमेंट, बीबीए इन रिटेलिंग, पीजी इन रिटेल ऐंड मार्केटिंग, पीजी डिप्लोमा इन विजुअल मर्चेंडाइजिंग ऐंड स्टोर डिजाइन जैसे विभिन्न कोर्स ऑफर हो रहे हैं। आमतौर पर इन पाठ्यक्रमों के अंतर्गत युवाओं को मार्केटिंग स्ट्रेटेजी, एकाउंटिंग, फाइनेंस मैनेजमेंट, कस्टमर रिलेशंस, विजुअल मर्चेंडाइजिंग, मॉल मैनेजमेंट, ब्रांड मैनेजमेंट, सेल्स मैनेजमेंट, स्टोर ऑपरेशन, रिटेल कम्युनिकेशन तथा सप्लाई चेन मैनेजमेट जैसे विभिन्न विषयों के बारे में जानकारी दी जाती है। किसी भी संकाय से 50 प्रतिशत अंकों के साथ 12वीं पास युवा ये कोर्स कर सकते हैं।
सैलरी: ई-कॉमर्स और रिटेल दोनों ही सेक्टर्स में आजकल युवाओं को अच्छी सैलरी ऑफर हो रही है। एंट्री लेवल पर किसी भी विभाग में आप शुरुआत में 20 से 25 हजार रुपये तक सैलरी आराम से पा सकते हैं। अनुभव बढ़ने पर ये प्रोफेशनल्स लाखों में सैलरी पाते हैं।