JNU: जेएनयू में बनेंगे दो नए संस्थान, केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने रखी आधारशिला
JNU वीडियो कॉन्फेरेंसिंग के माध्यम से अपने संबोधन में शिक्षा मंत्री ने कहा कि ये दोनों संस्थान आत्मनिर्भर भारत अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। यहां अध्ययन करने वाले छात्रों को तमाम सुविधाएं मिलेंगी। प्रस्तावित भवन विश्वस्तरीय उच्च-गुणवत्ता वाली सुविधाओं से लैस होगा।
JNU: केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने 4 जनवरी, 2021 को जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) में इंजीनियरिंग संस्थान व अटल बिहारी वाजपेयी प्रबंधन एवं उद्यमिता संस्थान की आधारशिला रखी। इस अवसर पर वीडियो कॉन्फेरेंसिंग के माध्यम से अपने संबोधन में शिक्षा मंत्री ने कहा कि ये दोनों संस्थान आत्मनिर्भर भारत अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। यहां अध्ययन करने वाले छात्रों को तमाम सुविधाएं मिलेंगी। प्रस्तावित भवन विश्वस्तरीय उच्च-गुणवत्ता वाली सुविधाओं से लैस होगा।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि यहां पढ़ने वाले स्टूडेंट्स और रिसर्चर के साथ ही अध्यापकों को भी अटल बिहारी वाजपेयी जी के शाश्वत व्यक्तित्व और विकासोन्मुखी विचारों से प्रेरणा मिलती रहेगी। उन्होंने कहा कि इन दोनों संस्थानों के साथ-साथ विश्वविद्यालय में सुविधाजनक अन्य भवन व साधनों की व्यवस्था के लिए सरकार की ओर से हेफा फंड (HEFA Fund) के अन्तर्गत एक विशाल राशि जुटाने में कुलपति एम जगदीश कुमार सफल रहे। शिक्षा मंत्री ने हर्ष प्रकट करते हुए कहा कि मुझे आशा है कि इस फंड के उपयोग से जेएनयू का भविष्य और भी सुरक्षित व प्रभावी होगा। यहां अध्ययन करने वाले छात्रों, शोधार्थियों, अध्यापकों को उपयुक्त सुविधाएं भी प्राप्त होंगी।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने आगे कहा कि हमारा एजुकेशन कल्चर, प्रकृति व प्रगति के अनुरूप ही होना चाहिए। इसी दूरगामी सोच के साथ नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) को लागू किया गया है। जेएनयू ने शिक्षा नीति लागू होने से पूर्व ही भाषा, प्रौद्योगिकी, प्रबंधन, उद्यमिता व आर्थिक विषयों में शिक्षा के बहुवैकल्पिक कोर्स लागू किए हैं। जेएनयू देश को शिक्षा नीति के सफल क्रियान्वयन के लिए प्रोत्साहित करने में सहायक सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि शिक्षा की शक्ति से ही देश के नागरिक सशक्त हो सकते हैं। इस मौके पर जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी के उपकुलपति प्रो चिंतामणि महापात्र, प्रो सतीश चंद्र गरकोटी, प्रो राणा प्रताप सिंह, रजिस्ट्रार डॉ प्रमोद कुमार सहित अन्य संकाय सदस्य व छात्र मौजूद थे।