International Translation Day 2020: जानें हर वर्ष 30 सितंबर को क्यों मनाया जाता है अंतर्राष्ट्रीय अनुवाद दिवस और इसकी शुरुआत कैसे हुई?
International Translation Day 2020 अंतर्राष्ट्रीय अनुवाद दिवस भाषा पेशेवरों के काम के लिए सम्मान देने का एक अवसर है। जो राष्ट्रों को एक साथ लाने संवाद समझ और सहयोग को सुविधाजनक बनाने विकास में योगदान देने और विश्व शांति व सुरक्षा को मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
International Translation Day 2020: आज के समय में सभी को हर भाषा का ज्ञान हो, यह संभव नहीं है। लेकिन, अनुवाद के माध्यम से हम हर भाषा को सरलता से अपनी भाषा में समझ सकते हैं। आज विश्व भर में अंतर्राष्ट्रीय अनुवाद दिवस (International Translation Day 2020) मनाया जा रहा है। इसका उद्देश्य अनुवाद पेशे के बारे में जागरूकता बढ़ाना है, ताकि उन भाषाओं के बारे में जागरूकता लाई जा सके जो हमारे समाज के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। इस दिन भाषा पेशेवरों के काम के लिए उन्हें सम्मान दिया जाता है।
संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, अंतर्राष्ट्रीय अनुवाद दिवस का अर्थ भाषा पेशेवरों के काम के लिए सम्मान देने का एक अवसर है। जो राष्ट्रों को एक साथ लाने, संवाद, समझ और सहयोग को सुविधाजनक बनाने, विकास में योगदान देने और विश्व शांति व सुरक्षा को मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। अंतर्राष्ट्रीय अनुवाद दिवस 2020 का थीम 'संकट में दुनिया के लिए शब्दों की तलाश' करना है। हम आपको बताने जा रहे हैं कि अंतर्राष्ट्रीय अनुवाद दिवस (International Translation Day 2020) हर वर्ष 30 सितंबर को क्यों मनाया जाता है? और इसकी शुरुआत कब और कैसे हुई?
जानें अंतर्राष्ट्रीय अनुवाद दिवस का इतिहास
अंतर्राष्ट्रीय अनुवाद दिवस हर वर्ष 30 सितंबर को सेंट जेरोम (St. Jerome) की पुण्य तिथि पर मनाया जाता है। सेंट जेरोम बाइबल के अनुवादक थे , जिन्हें अनुवादकों के संरक्षक संत के रूप में भी जाना जाता है। दुनिया भर में अनुवाद समुदाय की एकजुटता दिखाने के लिए इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ ट्रांसलेटर्स (FIT) द्वारा अंतर्राष्ट्रीय अनुवाद दिवस की शुरुआत वर्ष 1991 में की गई। एफआईटी की स्थापना वर्ष 1953 में हुई थी। वर्ष 1991 में एफआईटी ने पूरे विश्व में अनुवाद कम्युनिटी की पहचान को बढ़ावा देने व उनके सम्मान के लिए अंतर्राष्ट्रीय अनुवाद दिवस मनाने की शुरुआत की।
यह विभिन्न देशों में अनुवाद के पेशे को बढ़ावा देने का एक प्रयास है। यह केवल ईसाई देशों के लिए ही नहीं है, बल्कि आज प्रगतिशील वैश्वीकरण के दौर में अनुवाद दुनिया के सभी देशों के लिए एक महत्वपूर्ण आवश्यकता बन गया है।