पहले IIT Mumbai से एमटेक, फिर ग्रुप डी में ज्वाइन की नौकरी, जानें क्यों
कुमार श्रवण काफी अच्छी सैलरी में किसी बड़ी कंपनी में जॉब कर सकते थे लेकिन जॉब सिक्योरिटी को देखते हुए उन्होंने सरकारी नौकरी को चुना।
पटना, जेएनएन। शानदार पैकेज और जॉब की बढ़ती संभावनओं के चलते इन दिनों प्राइवेट सेक्टर की तरफ लोगों का रुझान काफी बढ़ा है। इसके बीच ऐसे युवाओं की भी कमी नहीं है जिनमें सरकारी नौकरी के लिए क्रेज आज भी बरकरार है। राजधानी दिल्ली समेत विभिन्न शहरों में ऐसे लाखों युवा हैं जो सरकारी नौकरी पाने के लिए सालों से तैयारी कर रहे हैं और इसमें उनको कामयाबी भी मिल रही है।
ऐसा ही एक उदाहरण कुमार श्रवण का है, लेकिन इनकी कहानी थोड़ी अलग और दिलचस्प है। कुमार श्रवण इस वक्त भारतीय रेलवे में ग्रुप डी में नौकरी कर रहे हैं। पटना निवासी कुमार श्रवण देश के सबसे प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग संस्थानों में शुमार IIT Bomaby से बीटेक पास हैं। कुमार श्रवण काफी अच्छी सैलरी में किसी बड़ी कंपनी में जॉब कर सकते थे, लेकिन जॉब सिक्योरिटी को देखते हुए उन्होंने सरकारी नौकरी को चुना।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कुमार श्रवण ने धनबाद मंडल में ग्रुप डी में नौकरी ज्वाइन की है। यहां उनको चंद्रपुरा में पब्लिक वर्क्स इंस्पेक्टर (Telo) के अंतर्गत पोस्टिंग मिली है। फिलहाल श्रवण यहां टेलो (Telo) और चंद्रपुरा के बीच मेंटीनेंस का काम देखते हैं। उनको इस पोस्ट पर काम करते हुए देखकर सीनियर अधिकारी भी काफी हैरान हैं। उन्होंने कभी इस पोस्ट पर इतने हाई क्वालीफाइड कैंडिडेट के बारे में नहीं सोचा था। इस पर श्रवण का कहना है कि कोई नौकरी छोटी या बड़ी नहीं होती है, बस जीवन में जो अवसर मिले उसे छोड़ना नहीं चाहिए।
2010 में IIT में लिया था एडमिशन
श्रवण का 2010 में IIT में चयन हुआ था। उन्होंने IIT JEE में कटेगरी रैंक (सीएमएल) 1,570 हासिल की थी, जिसके आधार पर उनको Bombay IIT में इंटीग्रेटेड डुएल डिग्री कोर्स में दाखिला मिला। यहां से उन्होंने 2015 में एक साथ B.Tech और M.Tech की डिग्री प्राप्त की। उनके पास मेट्रोलॉजी एंड मैटेरियल साइंस ब्रांच थी।
ट्रेक मेंटेनर के तौर पर मिली पोस्टिंग
रेलवे की परीक्षा पास करने के बाद श्रवण को धनबाद डिवीजन में टेक मेंटेनर के तौर पर नैकरी मिली। यहां आपको बता दें कि ट्रेक मेंटेनर की जॉब के लिए आवश्यक क्वालिफिकेशन दसवीं पास और आईटीआई डिग्री होती है। वर्तमान में उनको चंद्रपुरा में पब्लिक वर्क्स इंस्पेक्टर (Telo) के अंतर्गत पोस्टिंग मिली है जहां श्रवण टेलो (Telo) और चंद्रपुरा के बीच मेंटीनेंस का काम देखते हैं।
सरकारी नौकरी में है सिक्योरिटी
श्रवण ने बताया कि वह बचपन से ही सरकारी नौकरी करना चाहते थे। उनका मानना है कि सरकारी जॉब में जो सिक्योरिटी है, वह प्राइवेट जॉब में नहीं। हालांकि उनको इस बात का पूरा विश्वास है कि एक दिन वो गर्वमेंट सेक्टर में एक दिन अधिकारी के पद पर जरूर नौकरी करेंगे। श्रवण के बड़े भाई रंजीत कुमार पटना में पीडब्ल्यूडी में नौकरी करते हैं।