Move to Jagran APP

HRD मंत्रालय ने ऑनलाइन क्लासेज के लिए जारी की नई गाइडलाइन, प्री प्राइमरी से लेकर 12वीं तक केवल इतने मिनट लगेंगी कक्षाएं

HRD मंत्रालय ने ऑनलाइन क्लासेज के लिए नई गाइडलाइन जारी में स्पष्ट किया है कि प्री-प्राइमरी छात्रों के लिए ऑनलाइन कक्षाएं 30 मिनट से ज्यादा नहीं होनी चाहिए।

By Nandini DubeyEdited By: Published: Wed, 15 Jul 2020 09:38 AM (IST)Updated: Wed, 15 Jul 2020 10:49 AM (IST)
HRD मंत्रालय ने ऑनलाइन क्लासेज के लिए जारी की नई गाइडलाइन, प्री प्राइमरी से लेकर 12वीं तक केवल इतने मिनट लगेंगी कक्षाएं
HRD मंत्रालय ने ऑनलाइन क्लासेज के लिए जारी की नई गाइडलाइन, प्री प्राइमरी से लेकर 12वीं तक केवल इतने मिनट लगेंगी कक्षाएं

देश भर में कोविड-19 के संक्रमण की वजह से पढ़ाई का बहुत नुकसान हुआ था। इससे उबरने के लिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय (Human Resource Development Ministry) ने डिजिटल एजुकेशन (Digital Education) का सहारा लिया था। इसके बाद से स्कूल-कॉलेजों सहित अन्य शैक्षणिक संस्थान में डिजिटल कक्षाएं शुरू की गई थीं। अब इन कक्षाओं के लिए मंत्रालय ने दिशा निर्देश जारी किए हैं। इन निर्देशों में स्टूडेंट्स के लिए एक दिन में अवधि तय की गई है।

loksabha election banner

मंत्रालय की नई गाइडलाइन के मुताबिक प्री-प्राइमरी स्टूडेंस के लिए ऑनलाइन क्लास का समय 30 मिनट से ज्यादा नहीं होना चाहिए। इसके अलावा कक्षा 1 से 8 के लिए दो ऑनलाइन सेशन होंगे। यह सेशन 45 मिनट की कक्षाएं होंगी, जबकि कक्षा 9 से 12 के लिए 30-45 मिनट की अवधि के चार सेशन होंगे। एचआरडी मंत्रालय इस गाइडलाइन में ऑनलाइन क्लासेज के दौरान फिजिकल और मेंटल हेल्थ दोनों का ध्यान रखने पर जोर दिया गया है।

मंत्रालय ने यह फैसला सरकार की तरफ से अभिभावकों की चिंता को ध्यान में रखकर उठाया है। दरअसल अभिभावकों ने डिजिटल कक्षाओं के दौरान स्क्रीन पर बच्चों के बहुत ज्यादा वक्त बिताने की वजह से सवाल उठाए थे। अभिभावकों का कहना था कि ज्यादा देर स्क्रीन पर बैठने की वजह से बच्चों की शारीरिक और मानसिक सेहत दोनों पर ही बुरा असर पड़ रहा है। बच्चे चिड़चिड़े हो रहे हैं।

वहीं नई गाइडलाइन जारी करते हुए इस बारे में मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि महामारी के प्रभाव को कम करने के लिए स्कूलों को न केवल अब तक पढ़ाने और सीखने के तरीके को फिर से तैयार करना और फिर से तैयार करना होगा, बल्कि घर पर स्कूली शिक्षा के एक स्वस्थ मिश्रण के माध्यम से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने की एक उपयुक्त विधि भी पेश करनी होगी।

बता दें कि मार्च में कोविड-19 के संक्रमण फैलने की वजह से स्कूल-कॉलेज सहित शैक्षणिक संस्थान बंद कर दिए गए थे। इसके बाद से ऑनलाइन कक्षाओं का सहारा लिया जा रहा है। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.