फर्जी डिग्री मामले में हिमाचल पुलिस ने दी दिल्ली में दबिश, दुबई भागा आरोपित
बद्दी के आइईसी विश्वविद्यालय से जुड़े फर्जी डिग्री मामले में हिमाचल पुलिस ने आरोपित अमजद निवासी शाहीनबाग दिल्ली के ठिकानों पर दिल्ली में दबिश दी। आरोपित को पकडऩे में कामयाबी नहीं मिल पाई है। पुलिस को पता चला है कि अमजद देश छोड़कर दुबई भाग गया है।
रमेश सिंगटा, शिमला। बद्दी के आइईसी विश्वविद्यालय से जुड़े फर्जी डिग्री मामले में हिमाचल पुलिस ने आरोपित अमजद निवासी शाहीनबाग, दिल्ली के ठिकानों पर दिल्ली में दबिश दी। आरोपित को पकडऩे में कामयाबी नहीं मिल पाई है। पुलिस को पता चला है कि अमजद देश छोड़कर दुबई भाग गया है। अब उसे वापस भारत लाना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती रहेगी। प्रदेश की बद्दी पुलिस की एसआइटी फिलहाल दिल्ली से खाली हाथ प्रदेश लौट आई है, लेकिन जांच अभी जारी रहेगी। अब तक की जांच से पता चला है कि गिरोह को संचालित करने वाला व्यक्ति दिल्ली से देहरादून तक अन्य आरोपित महिला के बैंक खातों में पैसे जमा करवाता था।
आरोप है कि यह पैसा फर्जी डिग्री बेचकर एकत्र किया गया था। महिला के खातों में 2.49 करोड़ की राशि पाई गई। इस मामले में अब तक गिरफ्तार पांच आरोपितों की हाईकोर्ट से भी जमानत नहीं हो पाई है। ये न्यायिक हिरासत में हैं।
क्या है मामला
बद्दी के कालूझंडा स्थित आइईसी विश्वविद्यालय ने 2019 में पुलिस से शिकायत की थी कि अज्ञात लोगों ने विवि की फर्जी वेबसाइट तैयार की है। इसकी जांच में पुलिस को चौंकाने वाले तथ्य मिले थे। जांच से पता चला है कि गिरोह ने सुनियोजित तरीके से देश भर के 29 विश्वविद्यालयों के नाम पर फर्जीवाड़ा किया है। ये खुद फर्जी डिग्री तैयार करते थे और उन्हें रेवडिय़ों की तरह बांटते भी थे।
आरोपितों की नहीं हुई जमानत
पुलिस ने कई आरोपितों को इसी वर्ष गिरफ्तार किया था। इन आरोपितों की जमानत नहीं हो पाई है। ये न्यायिक हिरासत में चल रहे हैं। बद्दी पुलिस ने दिल्ली से बिहार के समस्तीपुर जिले के बारिशनगर निवासी एनान अहमद, दिल्ली की मदनपुर कॉलोनी के हाउस नंबर 387 से मोहम्मद सलीम, दिल्ली हाउस नंबर 4240, गली जट्टा पहाड़ी से भारती, पंजाब के फाजिल्का के गांव गगन के मनीष कुमार और हरिद्वार के थाना लाल गंज जिला मिरजापुर के गांव कटाई की अर्चना को गिरफ्तार किया था। पांचों ने दिल्ली में अड्डे बना रखे थे। ये फर्जी डिग्री बनाते थे।
फर्जी डिग्री मामले की जांच चल रही है। यह बड़ा मामला है। हमारी कोशिश है कि इसे सीआइडी को सौंपा जाए।
-मोहित चावला, एसपी, बद्दी।