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स्टूडेंट्स के लिए खुशखबरी, NIT में बढ़ेंगी एमटेक और बीटेक की सीटें; यहां पढ़ें पूरी जानकारी

मोतीलाल नेहरू नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी इलाहाबाद की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक संस्थान में 14 फीसद सीटें बढ़ाई जाएंगी।

By Neel RajputEdited By: Published: Sun, 24 Nov 2019 01:45 PM (IST)Updated: Sun, 24 Nov 2019 01:53 PM (IST)
स्टूडेंट्स के लिए खुशखबरी, NIT में बढ़ेंगी एमटेक और बीटेक की सीटें; यहां पढ़ें पूरी जानकारी
स्टूडेंट्स के लिए खुशखबरी, NIT में बढ़ेंगी एमटेक और बीटेक की सीटें; यहां पढ़ें पूरी जानकारी

प्रयागराज, ऑनलाइन डेस्क। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में बीटेक और एमटेक कोर्सेज में सीटें बढ़ने जा रही हैं। इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने की इच्छा रखने वाले छात्रों के लिए यह बहुत अच्छी खबर है। मोतीलाल नेहरू नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (Motilal Nehru National Institute of Technology), इलाहाबाद की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक संस्थान में 14 फीसद सीटें बढ़ाई जाएंगी। बताया जा रहा है कि आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को आरक्षण देने के लिए यह कदम उठाया जा रहा है। हालांकि इस प्रस्ताव को अभी अंतिम मंजूरी मिलना बाकी है।

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शैक्षणिक सत्र 2020-21 से इसे लागू कर दिया जाएगा और छात्र बढ़ी सीटों का लाभ ले सकेंगे। इंस्टीट्यूट के फैकल्टी इंचार्ज आशुतोष उपाध्याय का कहना है कि इस निर्णय के बाद अगले सत्र में बीटेक कोर्स में 117 सीटों का इजाफा किया जाएगा। जहां पहले 2019-20 सत्र में सीटों की संख्या 901 थी वहीं अब कुल 1018 सीटों पर विभिन्न श्रेणियों में छात्रों को एडमिशन दिया जा सकेगा। उधर एमटेक में 2019-20 सत्र में 528 सीटों पर छात्रों को दाखिला दिया जाता था जबकि अगले शैक्षणिक सत्र 2019-20 में 595 विद्यार्थियों को एडमिशन मिल सकेगा।

आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को 10 फीसद आरक्षण देने के लिए यह कदम उठाया जा जा रहा है, जिसे अभी अंतिम स्वीकृति मिलना बाकी है। प्रस्ताव संस्थान के सीनेट के समक्ष पेश किया जाना है। यहां से मंजूरी मिलने के बाद केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय के तहत ज्वाइंट सीट एलोकेशन अथॉरिटी (JoSAA) के समक्ष प्रस्ताव भेजा जाएगा। जिसके बाद देशभर के 23 IIT, 31 NIT और 25 IIIT सहित अन्य सरकारी सहायता प्राप्त संस्थानों के लिए मैट्रिक्स तैयार किया जाएगा।

इसके अलावा कुछ अधिकारियों का यह भी मानना है कि EWS श्रेणी के अंतर्गत 10 फीसद आरक्षण लागू करने के लिए संस्थान को 25 फीसद तक सीटें बढ़ानी चाहिए। ऐसा करने से विभिन्न श्रेणियों में नियमों के मुताबिक सीटों का संतुलन बना रहेगा।


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