डीयू दाखिला: अप्रैल से शुरू करने की तैयारी में डीयू प्रशासन
डीयू प्रशासन की तरफ से तैयारी की जा रही है कि अप्रैल 2020 में पहले प्रवेश परीक्षा आधारित पाठ्यक्रम के लिए पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू की जाए।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता [राहुल मानव]। दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) प्रशासन की प्रवेश शाखा (एडमिशन ब्रांच) की तरफ से बीते एक महीने में अकादमिक सत्र 2020-21 के दाखिले की प्रक्रिया की तैयारी के लिए विभिन्न बैठकों का आयोजन किया गया। डीयू प्रशासन के सूत्रों ने उम्मीद जताई है कि अप्रैल से इस वर्ष दाखिले की प्रक्रिया शुरू होने की संभावना है। इस महीने से दाखिला के लिए डीयू की वेबसाइट में पंजीकरण की व्यवस्था शुरू करने की तैयारी की जा रही है। डीयू प्रशासन इस वर्ष जल्द डीयू के दाखिला के लिए आवेदन शुरू करना चाहता है।
- इस वर्ष इडब्ल्यूएस कोटे के तहत 15 फीसद सीटें बढ़ेंगी स्नातक व पीजी पाठ्यक्रम में
- प्रवेश अधारित पाठ्यक्रम का पहले पंजीकरण होने की संभावना
पिछले वर्ष केंद्र सरकार की तरफ से शिक्षण संस्थानों में दस फीसद आर्थिक आरक्षण लागू किया गया था। जिसे डीयू प्रशासन ने दो चरणों में बांटने का निर्णय लिया था। इसके तहत डीयू में ईडब्ल्यूएस वर्ग के लिए कुल 25 फीसद सीटों में डीयू के पाठ्यक्रमों में बढ़ोतरी होगी। जिसमें से दस फीसद सीटों की बढ़ोतरी पिछले अकादमिक सत्र में हुई थी। बाकी 15 फीसद सीटों की बढ़ोतरी अकादमिक सत्र 2020-21 में होगी।
प्रवेश शाखा की तरफ से की जा रही है दाखिले की तैयारी
डीयू प्रशासन ने प्रवेश शाखा की अधिसूचना नवंबर में जारी की थी। इससे पहले डीयू की दाखिला प्रक्रिया की कमान विश्वविद्यालय की दाखिला समिति को मिलती थी। लेकिन अब अलग से दाखिले को देखने के लिए एक ब्रांच का गठन कर दिया गया है। डीयू के शिक्षा विभाग के प्रोफेसर पंकज अरोड़ा को डीयू के प्रवेश शाखा के डीन की जिम्मेदारी दी गई है। इसके अतिरिक्त शिक्षा विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ हरनीत गांधी प्रवेश शाखा के डिप्टी डीन का कार्यभार देख रही हैं। साथ ही स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग (एसओएल) की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ ओ.पी.शर्मा प्रवेश शाखा के असिस्टेंट रजिस्ट्रार का पद देख रहे हैं। इसके अलावा डीयू प्रशासन की तरफ से प्रवेश शाखा में पांच सदस्यों की भी नियुक्ति की गई है। इनमें डीयू के कैमिस्ट्री विभाग के प्रो सतीश अवस्थीए क्लस्टर इनोवेशन सेंटर की प्रो शोभा, राजधानी कॉलेज की असोसिएट प्रोफेसर डॉ सुमन कुमार, भास्कराचार्य कॉलेज आॅफ अप्लाइड साइंसेज की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ सरोज कुमार शुक्ला और हंसराज कॉलेज के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ आनंद सोनकर के नाम शामिल हैं। डीयू प्रशासन की तरफ से तैयारी की जा रही है कि अप्रैल 2020 में पहले प्रवेश परीक्षा आधारित पाठ्यक्रम के लिए पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू की जाए। इसके बाद सभी अन्य पाठ्यक्रमों के दाखिले की प्रक्रिया शुरू की जाए।
कितनी बढ़ जाएंगी सीटें
- डीयू में अब 71 हजार के करीब स्नातक पाठ्यक्रम में सीटें हो जाएंगी। ईडब्ल्यूएस कोटा लागू होने के बाद पिछले वर्ष ईडब्ल्यूएस वर्ग के लिए स्नातक पाठ्यक्रमों में 6 हजार सीटें बढ़ी थीं और पीजी में करीब 1200 सीटें बढ़ी थी।
- इस वर्ष ईडब्ल्यूएस वर्ग के लिए करीब 9 हजार सीटें एवं पीजी के करीब 1800 सीटें बढ़ेंगी। ईडब्ल्यूएस कोटे से पहले डीयू के स्नातक पाठ्यक्रम में करीब 56 हजार सीटें थीं। वहीं पीजी के पाठ्यक्रम में में 12 हजार सीटें थीं।
नहीं होगा कोई बड़ा बदलाव
डीयू प्रशासन के सूत्रों ने बताया है कि इस वर्ष दाखिले को लेकर कोई भी बड़ा बदलाव नहीं होगा। दिल्ली हाई कोर्ट के आदेश के तहत डीयू के दाखिले से जुड़े किसी भी तरह के बड़े बदलाव को लेकर डीयू प्रशासन को छह महीने पहले सार्वजनिक नोटिस के जरिए छात्रों को यह बताना होगा कि वह कोई बदलाव कर रहे हैं। जिससे छात्र तैयार हो सकें। ऐसे में डीयू प्रशासन की तरफ से हाल ही में बीते नवंबर 2019 के समय नई प्रवेश शाखा का गठन किया गया है। वहीं दिसंबर 2019 से लेकर जनवरी 2020 तक किसी भी तरह के कोई बड़े बदलाव की जानकारी डीयू की तरफ से नहीं दी गई है। अप्रैल से इस वर्ष अकादमिक सत्र के दाखिले की प्रक्रिया की शुरू होने की संभावना है। ऐसे में अब किसी भी तरह के बड़े बदलाव नहीं हो सकता है।