Coronavirus Impact on Education: गर्मी की छुट्टियां हो सकती हैं कम, नया सत्र मई में हो सकता है आरंभ
Coronavirus Impact on Education संभावना है कि लॉक डाउन के दौरान 1 अप्रैल से समाप्ति तक की अवधि को ही समर वेकेशन माना जाए।
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। Coronavirus Impact on Education: देश भर में फैली कोरोना वायरस (कोविड-19) की स्थिति और रोकथाम के लिए लगाये गये लॉक-डाउन के बीच बाधित हुए शैक्षणिक कार्यों के मद्देनजर संभावना है कि केद्र सरकार द्वारा विद्यालयी शिक्षा से सम्बन्धित विभागों और संगठनों को एकेडेमिक कैलेंडर को संशोधित करने के लिए निर्देश जल्द ही जारी किया जाएं। इससे अगले सत्र 2020-21 के लिए शैक्षणिक कार्यों के लिए दिन कम नहीं होंगे।
वहीं दूसरी ओर, लॉक डाउन के दौरान उच्च शिक्षा संस्थानों के लिए ऑनलाइन कक्षाएं आयोजित करने और इन संस्थानों में लंबित सेमेस्टर और टर्म-ईंड परीक्षाओं के सम्बन्ध में अनुशंसा ज्ञापन, मीडिया खबरों के मुताबिक, यूजीसी के एक पैनल द्वारा आज मानव संसाधन विकास मंत्रालय को दिया जा सकता है।
मंत्रालय के एक सूत्र की मानी जाए तो विभिन्न राज्यों और उच्च शिक्षण संस्थानों को गर्मी की छुट्टियों के दिनों की संख्या को कम करने और लॉक डाउन समाप्त होने के बाद लंबित परीक्षाओं को आयोजित करने का निर्देश मंत्रालय की ओर से जल्द ही जारी किया जा सकता है।
इस निर्देश में संभावना है कि लॉक डाउन के दौरान 1 अप्रैल से समाप्ति तक की अवधि को ही समर वेकेशन माना जाए। इसलिए, मंत्रालय के ऑफिशियल के अनुसार, हो सकता है कि मई 2020 के दूसरे या तीसरे हफ्ते से नये शैक्षणिक सत्र को आरंभ किये जाएं।
लॉक डाउन के दौरान ही शैक्षणिक संस्थानों को ऑनलाइन कक्षाएं आयोजित करने और प्रैक्टिकल को लॉक डाउन के बाद आयोजित कराया जा सकता है। वहीं, दूसरी ओर लंबित परीक्षाओं को ऑनलाइन आयोजित कराने के विकल्पों पर विचार किया जा सकता है, हालांकि, संस्थानों द्वारा कई कारणों से इसके लिए असमर्थता जाहिर की जा चुकी है।
बता दें कि स्कूली शिक्षा, जिसमें बोर्ड की परीक्षाएं भी शामिल हैं, के साथ-साथ लगभग सभी विश्वविद्यालयों में वार्षिक / सेमेस्टर परीक्षाएं कोरोना वायरस और लगाये गये लॉक डाउन से प्रवाभित हुई हैं। इसके चलते स्कूलों की परीक्षाओं को जहां निरस्त करने के साथ ही छात्रों को अगली कक्षाओं/सत्र में प्रोन्नत किया गया है। वहीं, उच्च शिक्षा संस्थानों में परीक्षाओं के आयोजन को लेकर अभी तक कोई भी दिशा-निर्देश अभी तक जारी नहीं हुए हैं।