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क्‍या IOT के बारे में जानते हैं आप, यदि नहीं तो जानें और संवारें अपना करियर

एबीआइ रिसर्च के मुताबिक, वर्ष 2020 तक 30 बिलियन डिवाइस इंटरनेट के जरिए वायरलेस रूप में कनेक्ट होने की संभावना है।

By Sanjay PokhriyalEdited By: Published: Wed, 26 Sep 2018 12:01 PM (IST)Updated: Wed, 26 Sep 2018 12:13 PM (IST)
क्‍या IOT के बारे में जानते हैं आप, यदि नहीं तो जानें और संवारें अपना करियर
क्‍या IOT के बारे में जानते हैं आप, यदि नहीं तो जानें और संवारें अपना करियर

नई दिल्ली [जागरण स्पेशल]। दुनियाभर में इंटरनेट से कनेक्टेड डिवाइसेज यानी इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आइओटी) का इस्तेमाल तेजी से बढ़ रहा है। घरों में मैनुअल उपकरणों की जगह पर उपयोग होने वाले ऑटोमेटिक फ्रिज, वाशिंग मशीन, लाइटिंग सिस्टम, सीसीटीवी कैमरे और स्मार्ट लॉकिंग का उदाहरण हमारे सामने है। एबीआइ रिसर्च के मुताबिक, वर्ष 2020 तक 30 बिलियन डिवाइस इंटरनेट के जरिए वायरलेस रूप में कनेक्ट होने की संभावना है। इस उभरते क्षेत्र में करियर बनाना एक आकर्षक विकल्प हो सकता है...

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इओटी को अच्छे से समझने के लिए सबसे पहले एक ताजा उदाहरण। पिछले दिनों सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स ने इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आइओटी) सक्षम एक टचस्क्रीन रेफ्रिजेटर बाजार में पेश किया, जो ग्राहकों को सामान्य रेफ्रिजेटर की तुलना में कहीं अधिक सुविधा प्रदान करता है। इसकी एक खूबी यह है कि रेफ्रिजेटर को खोले बिना आपको पता चल जाता है कि इसमें क्या चीज खत्म हो गई है या क्या एक्सपायर होने वाली है। घरों में इसी तरह स्मार्ट लाकिंग, स्मार्ट घड़ियां, स्मार्ट एसी, लाइटिंग, फिटनेस बैंड्स और एडवांस सेंसर वाले सीसीटीवी कैमरे भी इस्तेमाल हो रहे हैं, जो इंटरनेट और वाईफाई की मदद से ऑपरेट होते हैं।

सरकार द्वारा स्मार्ट सिटी, स्मार्ट होम, स्मार्ट हेल्थ पर जोर दिए जाने के कारण आने वाले दिनों में आइओटी से कनेक्टेड और भी बहुत सी चीजें देखने को मिलेंगी। इस तरह, आइओटी तकनीक वाले ऑटोमेटिक उपकरणों ने जीवन को आरामदेह और आसान बनाने के साथ-साथ करियर के नए रास्ते भी खोल दिए हैं। यही कारण है कि ऑटोमेशन और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इंजीनियरिंग तथा हार्डवेयर के जानकारों की मांग तेजी से बढ़ने लगी है।

क्या है इंटरनेट ऑफ थिंग्स?

आइओटी का पूरा नाम इंटरनेट ऑफ थिंग्स है। इस शब्द को पहली बार 1999 में ब्रिटिश एंटरप्रेन्योर केविन एशटन ने इस्तेमाल किया था। आसान शब्दों में आइओटी का मतलब होता है, वे सारी चीजें (कंप्यूटर को छोड़कर) जो इंटरनेट से संचालित होती हों या फिर इंटरनेट के जरिए आपस में जुड़ी हों। आजकल इस तकनीक का इस्तेमाल सभी तरह के गैजेट्स और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को इंटरनेट के माध्यम से आपस में जोड़ने के लिए किया जा रहा है यानी इसकी मदद से आप किसी भी डिवाइस या उपकरण को इंटरनेट के साथ लिंक करके बाकी डिवाइसेज से अपनी आवश्यकता के अनुसार कोई भी कार्य करवा सकते हैं। अपने घर के कई उपकरणों को एक साथ इंटरनेट की मदद से जोड़कर उसे कहीं से भी ऑन या ऑफ कर सकते हैं।

करियर संभावनाएं

इंटरनेट ऑफ थिंग्स न सिर्फ आपके घर की सुविधाओं को बढ़ाता है, बल्कि आपकी लिविंग को भी आसान बनाता है। यही कारण है कि आइओटी सक्षम उपकरणों का इस्तेमाल तकरीबन हर फील्ड में होने लगा है, जिसके जरिए हर काम को आसानी से किया जा सकता है। एक आंकड़े के अनुसार, दुनिया भर में इस समय करीब 1200 करोड़ उपकरण आइओटी तकनीक से लैस किए जा चुके हैं। अनुमान है कि आने वाले समय में ऐसे उपकरणों की संख्या बढ़कर 25 से 30 गुना तक हो जाएगी। अभी बाजार में कई जानी-मानी कंपनियों द्वारा फिटविट, स्मार्ट घड़ी, सिक्योरिटी ब्लूटूथ आधारित ताले जैसे कई तरह के इंटरनेट ऑफ थिंग्स के उपकरण बनाए और बेचे जा रहे हैं। जाहिर है भविष्य में ऐसी कंपनियों की तादाद और बढ़ेगी और इसके चलते आइओटी तकनीक के ज्यादा जानकारों की जरूरत पड़ेगी।

कोर्स एवं योग्यताएं

देश में अभी आइओटी से संबंधित ज्यादातर कोर्स ऑनलाइन माध्यम से ही कराए जा रहे हैं, जहां से छह माह तक की अवधि का शॉर्ट टर्म कोर्स किया जा सकता है। ऐसे कोर्सेज अभी कोर्सेरा, खान अकादमी, ईडीएक्स जैसे संस्थानों में ऑनलाइन ऑफर हो रहे हैं। हार्वर्ड जैसे इंटरनेशनल संस्थानों से भी यह कोर्स किया जा सकता है। इसके अलावा, दिल्ली समेत देश के विभिन्न आइआइटी संस्थानों में संचालित हो रहे कोर्सेज के अंतर्गत भी इसे एक माड्यूल के तौर पर पढ़ाया जा रहा है, जिसे करने के लिए कंप्यूटर साइंस, आइटी, मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स की पढ़ाई होनी जरूरी है।

सैलरी पैकेज

ऑटोमेशन, एआइ तथा बिग डाटा की तरह आइओटी इन दिनों हाईपेड जॉब मानी जाती है। आइओटी में प्रशिक्षित प्रोफेशनल्स को शुरुआत में 3 से 5 लाख रुपये तक का सालाना पैकेज आसानी से मिल रहा है। अगर आप किसी मल्टीनेशनल कंपनी में ज्वॉइन करते हैं, तो वहां आपको इससे भी अच्छा पैकेज मिल सकता है।

प्रमुख संस्थान

आइआइटी, खड़गपुर, दिल्ली, मुंबई, कानपुर, गुवाहाटी, रुड़की आदि

http://www.iit.ac.in/

इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस, बेंगलुरु

https://www.iisc.ac.in/

नेताजी सुभाष इंस्टीट्यूट ऑफ

टेक्नोलॉजी, नई दिल्ली

http://www.nsit.ac.in/

बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी ऐंड

साइंस (बिट्स), पिलानी

http://www.bits-pilani.ac.in/

कई रूपों में जॉब के अवसर

आइओटी बहुत बढ़िया फील्ड है। आगे इसमें क्रांति आने वाला है। क्योंकि आने वाले समय में हमारी सारी डिवाइसेज इंटरनेट से कनेक्ट होंगी, जो एकदम इंटेलिजेंट डिवाइसेज होंगी। ऐसे में इनकी संख्या कितनी जबरदस्त बढ़ने वाली है, इसका अनुमान लगाना मुश्किल नहीं है। तकरीबन अरबों की संख्या में ऐसे

डिवाइसेज होंगे निकट भविष्य में। इसलिए इसमें संभावनाएं अनंत हैं। फिलहाल यह फील्ड शुरू हो गया है और जो लोग अभी शुरुआत में इसमें प्रवेश कर लेंगे, उनके लिए आगे जाकर संभावनाएं बहुत अच्छी हो जाएंगी, क्योंकि ये लोग तब अनुभवी हो जाएंगे और इसका उन्हें लाभ मिलेगा।

युवाओं के लिए आइओटी में अलग-अलग तरह की रिक्वॉयरमेंट आएंगी, जैसे-इन डिवाइसेज के लिए प्रोग्रामिंग करना, नए-नए डिजाइन बनाना और इनके हार्डवेयर बनाना इत्यादि। इसे देखते हुए इलेक्ट्रॉनिक्स, इलेक्ट्रिकल, कंप्यूटर साइंस, मैकेनिकल तथा कम्युनिकेशन में इंजीनियरिंग करने वाले लोगों के लिए यहां बहुत अच्छी अपॉर्च्युनिटीज होंगी। भविष्य में जैसे-जैसे और इनोवेशन होंगे, स्मार्ट सिटीज बनेंगी, दुनिया का सारा इंफ्रास्ट्रक्चर ही इंटरनेट से कनेक्टेड होगा, तब ये संभावनाएं और भी कई रूपों में बढ़ती ही जाएंगी। सैलरी भी इस क्षेत्र में आइटी के अन्य फील्ड की तरह बहुत अच्छी ऑफर हो रही है।  


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