CBSE Term-2 Exam 2022: सीबीएसई टर्म-2 की परीक्षाओं पर परीक्षा नियंत्रक ने दी यह बड़ी जानकारी, देखें डिटेल्स
CBSE Term-2 Exam 2022 सीबीएसई के स्टूडेंट्स ने भी आगामी परीक्षाओं को लेकर चिंता व्यक्त कर रहे हैं। 10वीं 12वीं के स्टूडेंट्स का कहना है कि लागतार बढ़ रहे मामलों के बीच बोर्ड को टर्म- 2 की परीक्षाएं कैंसिल कर देनी चाहिए या फिर ऑनलाइन परीक्षाएंं होनी चाहिए।
नई दिल्ली, एजुकेशन डेस्क। CBSE Term-2 Exam 2022: सीबीएसई बोर्ड टर्म-2 की परीक्षाएं आयोजित करेगा या नहीं? 10वीं और 12वीं के छात्रों के भीतर एग्जाम को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। दरअसल, देश भर में कोरोना महामारी ने एक बार फिर हालात बदतर कर कर दिए हैं। देश की राजधानी दिल्ली, मुंबई समेत अन्य राज्यों में कोविड-19 संक्रमण के केसेज लगातार बढ़ रहे हैं। वहीं पिछले अगर 24 घंटे के आंकड़े देखें तो देश में कोरोना के 2 लाख 58 हजार से ज्यादा मामले सामने आए हैं। ऐसे स्थिति को देखते हुए सीबीएसई के स्टूडेंट्स ने भी आगामी परीक्षाओं को लेकर चिंता व्यक्त कर रहे हैं। 10वीं, 12वीं के स्टूडेंट्स का कहना है कि लागतार बढ़ रहे मामलों के बीच बोर्ड को टर्म- 2 की परीक्षाएं कैंसिल कर देनी चाहिए या तो फिर एग्जाम को ऑनलाइन लेना चाहिए। स्टूडेंट्स इस संबंध में सोशल मीडिया पर लगतार आवाज उठा रहे हैं। इसमें अमन द्धिवेदी नाम के यूजर ने कहा है कि, सरकार को छात्रों के जीवन पर जोखिम नहीं लेना चाहिए और बोर्ड परीक्षा रद्द करनी चाहिए। उन्होंने पहले ही टर्म-1 की परीक्षा दी है, इसलिए मुझे नहीं लगता कि यह हमारे जीवन से ज्यादा जरूरी है।
I think that Government should not take risk on students life and should cancel the board exam.
They have already taken a objective exam so I don't think it's more necessary than our lives.#cancelboardexams2022 #cancelboardpariksha #CBSE #cancelboardexam2022 share this to all.— Aman Dwivedi (@AmanDwi52144266) January 17, 2022
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or take it online.. pic.twitter.com/rqg03J5VyX— avdhesh Tiwari (@2293_s11) January 15, 2022
@cbseindia29 A humble request to cancel board exams for classes 10th and 12th amid covid 19 surge....— Advait Kataria (@advait_kataria) January 17, 2022
वहीं सीबीएसई के परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, "अगर स्थिति और खराब होती है, तो ही परीक्षा का दूसरा सत्र आयोजित नहीं किया जाएगा। पहले चरण में प्राप्त अंकों को अंतिम माना जाएगा और उनके आधार पर परिणाम तैयार किए जाएंगे। लेकिन यदि ऐसी स्थिति उत्पन्न नहीं होती है तो सेकेंड टर्म की परीक्षाएं सफलतापूर्वक आयोजित की जाती हैं, तो अंतिम परिणाम इन परीक्षाओं के 50-50 प्रतिशत अंकों के आधार पर तय किया जाएगा।