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CBSE Class 10th Result 2019: 10वीं के बाद क्या हो करियर की बेहतर प्‍लानिंग, कौन सा चुने कोर्स, जानिए सब कुछ

दसवीं के परीक्षा परिणाम निकलने की शुरुआत होने के साथ ही विद्यार्थियों और उनके माता-पिता के माथे पर बल भी पड़ने लगे हैं। चिंता इस बात की होती है कि आगे क्‍या पढ़ें?

By NiteshEdited By: Published: Mon, 06 May 2019 03:17 PM (IST)Updated: Mon, 06 May 2019 03:22 PM (IST)
CBSE Class 10th Result 2019: 10वीं के बाद क्या हो करियर की बेहतर प्‍लानिंग, कौन सा चुने कोर्स, जानिए सब कुछ
CBSE Class 10th Result 2019: 10वीं के बाद क्या हो करियर की बेहतर प्‍लानिंग, कौन सा चुने कोर्स, जानिए सब कुछ

नई दिल्ली, जेएनएन। CBSE Class 10th Result 2019: सोमवार 6 मई को सीबीएसइ दसवीं का रिजल्ट घोषित किया गया। हाल के दिनों में बाकी अन्य बोर्ड के रिजल्ट भी जारी किए गए हैं. दसवीं के परीक्षा परिणाम निकलने के साथ ही विद्यार्थियों और उनके माता-पिता के माथे पर बल भी पड़ने लगे हैं। चिंता इस बात की होती है कि आगे क्यों पढ़ें? दसवीं करियर की सही शुरुआत के लिहाज से बड़ा टर्निंग प्वाइंट है। इस समय पसंद को करियर को ध्यान में रखकर संबंधित पढ़ाई की ओर कदम बढ़ाने वाले जहां आसानी से अपने सपनों को पूरा कर पाते हैं, वहीं सिर्फ परीक्षा पास करने और डिग्री लेने के लिए बिना किसी उद्देश्य के पढ़ाई करने वालों को आगे नौकरी के लिए हवा में हाथ-पांव मारने पड़ते हैं। दसवीं के बाद कैसे करें करियर की बेहतर प्लानिंग, बता रहे हैं सीनियर करियर काउंसलर और दैनिक जागरण ‘जोश’ के कॉलमिस्टि अरुण श्रीवास्तव...

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दसवीं के बाद कैसे करें करियर की बेहतर प्‍लानिंग

वैसे तो ज्‍यादातर करियर ऑप्‍शन बारहवीं के बाद शुरू होते हैं, लेकिन दसवीं का महत्‍व इसलिए सबसे ज्‍यादा है क्‍योंकि यहीं से आपके सपनों के करियर से संबंधित स्‍ट्रीम को एक महत्‍वपूर्ण दिशा मिलने की शुरुआत होती है।

पसंद सबसे पहले

दसवीं के बाद करियर के हिसाब से पढ़ाई की दिशा बदलती है, उसी तरह जैसे एक जंक्‍शन पर पहुंचने के बाद अपने निर्धारित गंतव्‍य के अनुसार अलग-अलग ट्रैक पर जाती हैं। अब तक दसवीं के बाद दूसरों को देखकर उनका अनुकरण करने की परंपरा रही है। पैरेंट्स भी अपने बच्‍चे के टैलेंट पर ध्‍यान देने की बजाय उस पर इंजीनियर या डॉक्‍टर बनाने का दबाव डालते हैं। पर अक्‍सर इस दबाव का नतीजा यह होता है कि मन न रमने के कारण वह न तो इधर का रहता है और न उधर का। बाद में सभी को पछताना पड़ता है। टेक्‍नोलॉजी के इस दौर में हर माता-पिता को अपनी सोच बदलने और अपने बच्‍चे के टैलेंट को देखते हुए उसे उसी दिशा में आगे बढ़ाने की जरूरत है। जो पैरेंट्स ऐसा कर रहे हैं, उनके बच्‍चे अपने हुनर से न केवल उन्‍हें खुश कर रहे हैं, बल्‍कि अपनी कामयाबी से हर किसी को चौंका रहे हैं।

10वीं के बाद विकल्‍प

दसवीं के बाद अपने मनपसंद करियर के मुताबिक, पढ़ाई करने का विकल्‍प खुल जाता है। इसमें स्‍ट्रीम के अनुसार विकल्‍प इस प्रकार हैं :

साइंस स्‍ट्रीम: साइंस स्‍ट्रीम में मुख्‍यत: दो विकल्‍प होते हैं। अगर आपकी रुचि इंजीनियरिंग या टेक्‍नोलॉजी में है, तो आप फिजिक्‍स, केमिस्‍ट्री और मैथ्‍स (पीसीएम) का विकल्‍प चुन सकते हैं। पीसीएम से बारहवीं पूरा करने के बाद जेईई क्‍लीयर करके बीटेक/बीई, बीसीए का विकल्‍प है। यदि आप मेडिकल क्षेत्र में रुचि रखते हैं, तो आपको पीसीबी का चयन करना चाहिए। इससे 12वीं करने के बाद आप नीट क्‍वालिफाई करके एमबीबीएस या समकक्ष कोर्स (डेंटर, होम्‍योपैथ, आयुर्वेद आदि) कर सकते हैं। अगर कृषि की पढ़ाई में रुचि है, तो आप एग्रीकल्‍चर साइंस भी चुन सकते हैं।

आर्ट्स स्‍ट्रीम: अगर साहित्‍य और मानविकी विषयों में रुचि है, तो आप हिंदी, अंग्रेजी (कोई अन्‍य भारतीय भाषा), अपनी पसंद की विदेशी भाषा, सिविक्‍स, हिस्‍ट्री, सोशियोलॉजी, ज्‍योग्राफी, साइकोलॉजी, इकोनॉमिक्‍स विषय चुन सकते हैं। आप चाहें तो एमईसी यानी मैथ्‍स, इकोनॉमिक्‍स और कॉमर्स का विकल्‍प भी चुन सकते हैं।

कॉमर्स: अगर कॉमर्स फील्‍ड में खुद को आगे बढ़ाना चाहते हैं, तो सीईसी यानी कॉमर्स, इकोनॉमिक्‍स और सिविक्‍स ले सकते हैं। इसके साथ आप सीए या सीएस का फाउंडेशन कोर्स भी कर सकते हैं।

आइटीआइ: अगर आप टेक्‍निकल कोर्स करके जल्‍दी जॉब पाना चाहते हैं, तो सरकारी या निजी संस्‍थानों से अपनी पसंद के ट्रेड में आइटीआइ भी कर सकते हैं।

पॉलिटेक्‍निक: दसवीं के बाद अपनी पसंद के विषय/ट्रेड में दो वर्षीय पॉलिटेक्‍निक डिप्‍लोमा कर सकते हैं। खास बात यह है कि डिप्‍लोमा के आधार पर आप लैटरल एंट्री के जरिए बीटेक के सेकंड ईयर में सीधे प्रवेश ले सकते हैं। आप चाहें तो पॉलिटेक्‍निक के आधार पर जूनियर इंजीनियर (जेई) के रूप में भारतीय रेलवे सहित सरकारी और निजी संस्‍थानों में नौकरी हासिल कर सकते हैं।

पैरामेडिकल: इन दिनों पैरामेडिकल स्‍टाफ की जरूरत सरकारी से लेकर निजी हॉस्‍पिटल्‍स और नर्सिंग होम्‍स में खूब है। ऐसे में आप पैरामेडिकल के किसी क्षेत्र में प्रामाणिक संस्‍थान से एक या दो साल का कोर्स कर सकते हैं।

शॉर्ट टर्म कोर्सेज: अगर आप उच्‍च शिक्षा नहीं लेना चाहते और जल्‍दी नौकरी चाहते हैं, तो अपनी पसंद के अनुसार डीटीपी, वेबडिजाइनिंग, टैली, ज्‍यूलरी डिजाइनिंग, प्‍लंबिंग, इलेक्‍ट्रिशियन, ड्राइविंग आदि का कोर्स करके जॉब की तलाश कर सकते हैं। 

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