Move to Jagran APP

CBSE Class 10th Result 2019 :10वीं पास करने के बाद अपने इंटरेस्ट के हिसाब से चुनें सब्जेक्ट

CBSE Class 10th Result 2019 CBSE 10वीं का रिजल्ट आ चुका है। एक समय था जब कहा जाता था कि दसवीं की बोर्ड परीक्षा एक आयरन गेट है

By NiteshEdited By: Published: Mon, 06 May 2019 03:52 PM (IST)Updated: Mon, 06 May 2019 03:52 PM (IST)
CBSE Class 10th Result 2019 :10वीं पास करने के बाद अपने इंटरेस्ट के हिसाब से चुनें सब्जेक्ट
CBSE Class 10th Result 2019 :10वीं पास करने के बाद अपने इंटरेस्ट के हिसाब से चुनें सब्जेक्ट

नई दिल्‍ली, यशा माथुर। CBSE Class 10th Result 2019: CBSE 10वीं का रिजल्ट आ चुका है। एक समय था जब कहा जाता था कि दसवीं की बोर्ड परीक्षा एक आयरन गेट है, इसे पास कर लिया तो आगे का रास्‍ता अपने आप खुल जाएगा, लेकिन अब दसवीं की बोर्ड परीक्षा में पास होते ही असली परीक्षा शुरू होती है। प्रश्‍न गहरा हो जाता है कि साइंस स्‍ट्रीम में जाएं या आर्ट्स लेकर आगे बढ़ें या फिर कॉमर्स में अपनी किस्‍मत आजमाएं। दसवीं के बाद विषय चयन में गलती पूरी जिंदगी के लिए भारी पड़ जाती है इसलिए खुद को जांच कर, अपनी रुचि पहचानकर, पूरी जानकारी हासिल कर तय करें कि साइंस, कॉमर्स और आटर्स में क्‍या लेना चाहिए?

loksabha election banner

एमिटी इंटरनेशनल स्‍कूल, नोएडा की प्रिंसिपल रेनू सिंह कहती हैं, ‘सबसे पहले बच्‍चे अपना एप्‍टीट्यूड और इंट्रेस्‍ट समझें। जानें कि उन्‍हें जिंदगी में ऐसा क्‍या करना है जो दिल से अच्‍छा लगे। ऐसे नहीं कि दोस्‍त साइंस ले रहे हैं तो खुद भी साइंस ले ली। पैरेंट्स कह रहे हैं तो साइंस ले ली। सबसे पहले अपनी दिलचस्‍पी देखें कि उन्‍हें कौनसा सबजेक्‍ट अच्‍छा लगता है। सामाजिक विज्ञान अच्‍छा लगता है कि विज्ञान।'

अपनी रुचि पहचानने के साथ साथ अपनी क्षमता को भी आंकना होगा। इसके लिए बच्‍चे अपने नंबरों को भी जांच सकते हैं। जाहिर हैं जहां बच्‍चे अच्‍छा करेंगे वहीं नंबर भी ठीक आएंगे। प्रिसिपल रेनू सिंह भी ऐसा ही मानती हैं। कहती हैं, ‘यह जरूर देखें कि उनकी एकेडमिक परफॉर्मेंस कैसी है। दसवीं तक हर विषय सबके लिए होता है लेकिन ग्‍यारहवीं में आते ही उस विषय का डिफिकल्‍टी लेवल बढ़ जाता है।

फिजिक्‍स, केमिस्‍ट्री, बायोलॉजी अलग-अलग हो जाता है। अगर बच्‍चा अच्‍छे नंबरों से साइंस में पास हो रहा है तो ही साइंस ले। अगर कोई बच्‍चा यह सोचता है कि उसे डॉक्‍टर या इंजीनियर बनना है लेकिन उसकी काबिलियत कम है तो साइंस लेने का कोई फायदा नहीं होगा। वे परेशान हो जाएंगे और गलत तरीके अपनाएंगे। अगर दिलचस्‍पी हो और आपकी क्षमता है तो ही साइंस लें। ग्‍यारहवीं में बहुत मेहनत करनी पड़ेगी।'

वे आगे कहती हैं कि आजकल कॉमर्स का जमाना है अगर बच्‍चे की अर्थशास्‍त्र में रुचि है तो कॉमर्स ले सकता हैं। आजकल ह्यूमेनिटीज का भी बहुत चलन है। बच्‍चे पॉलिटिकल साइंस, हिस्‍ट्री और लीगल स्‍टडीज ले रहे हैं। रुचि है तो आर्ट्स जरूर लें।

आवश्‍यक टिप्‍स

* अपनी रुचि का आकलन करें

* खुद के विवेक का इस्तेमाल करें

* विषय के बारे में पूरी जानकारी हासिल करें

* अपने लक्ष्‍य को पूरा करने में सहायक विषय चुनें।

*अगर अपनी हॉबी को ही करियर बनाएंगे तो उसी के अनुरूप चिषय चुनें।

* पैरेंट्स व टीचर्स की बात ध्‍यान से सुनें। समझ कर फैसला लें।

लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.