CBSE Board Exam 2021: 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाओं को मई तक स्थगित करने की छात्र कर रहे उम्मीद
CBSE Board Exam 2021 कक्षा 10 और 12 बोर्ड परीक्षाओं के लिए डेटशीट आमतौर पर दिसंबर के महीने में जारी किया जाता है। हालांकि 2019 में बोर्ड ने नवंबर की शुरुआत में ही डेटशीट जारी किया था। वहीं अभी तक सीबीएसई डेटशीट 2021 जारी होने की कोई खबर नहीं है।
CBSE Board Exam 2021: महाराष्ट्र और गुजरात सरकार द्वारा 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा 2021 को फरवरी-मार्च के बजाय मई माह में कराने की घोषणा हाल ही में की गई थी। दो राज्य बोर्ड के इस निर्णय के बाद अब कई स्टूडेंट्स और अभिभावक केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) से भी ऐसी घोषणा होने की उम्मीद कर रहे हैं। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, सामान्य शैक्षणिक कैलेंडर के अनुसार, फरवरी और मार्च के महीनों में कक्षा 10 और 12 की बोर्ड परीक्षा आयोजित करता है। हालांकि, इस वर्ष सीबीएसई बोर्ड परीक्षा 2021 की तारीखों की अभी तक कोई अपडेट नहीं आई है।
बता दें कि कक्षा 10 और 12 बोर्ड परीक्षाओं के लिए सीबीएसई डेटशीट आमतौर पर दिसंबर के महीने में जारी किया जाता है। हालांकि, वर्ष 2019 में बोर्ड ने नवंबर की शुरुआत में ही डेटशीट जारी किया था। वहीं, अभी तक सीबीएसई डेटशीट 2021 जारी होने की तारीख की कोई खबर नहीं है। CBSE 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा 2021 को लेकर कई छात्रों और अभिभावकों को उम्मीद है कि परीक्षा को मई तक के लिए स्थगित किया जा सकता है। ऐसी उम्मीद तब की जाने लगी, जब राज्यों ने बोर्ड परीक्षा 2021 के लिए अपने निर्णय की घोषणा करना शुरू कर दिया।
महाराष्ट्र के शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ ने हाल ही में स्पष्ट किया था कि अगले साल मई से पहले 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं को आयोजित करना संभव नहीं है। यह घोषणा 23 नवंबर से स्कूलों को फिर से खोलने के राज्य सरकार के निर्णय की घोषणा के साथ की गई थी। इसी तर्ज पर गुजरात सरकार द्वारा भी घोषणा की गई थी, जिसमें कहा गया था कि GSEB 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाएं फरवरी और मार्च की बजाए मई 2021 में आयोजित की जाएंगी। इसके अलावा, आंध्र प्रदेश सरकार ने भी इंटरमीडिएट परीक्षा को अप्रैल तक आयोजित करने का संकेत दिया है। वहीं, तेलंगाना और उत्तर प्रदेश में भी इसी तरह की घोषणा होने की उम्मीद की जा रही है। वहीं, कई लोगों की निगाहें सीबीएसई पर टिकी हैं। इधर, कई विशेषज्ञों का मानना है कि सीबीएसई अगले वर्ष की बोर्ड परीक्षाओं के लिए तारीखों पर निर्णय लेने में तब तक सक्षम नहीं हो सकता है, जब तक कि देश के कम से कम 60 प्रतिशत स्कूलों को फिर से खोल नहीं दिया जाता है।