Board Exams 2020: 10वीं और 12वीं के सिर्फ 29 विषयों की होगी परीक्षा
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने ट्वीट भी किया है। निशंक ने कहा कि स्थितियां अनुकूल होने पर ही परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। कोरोना वायरस के चलते दुनियाभर के सभी स्कूल बंद हो गए थे और बोर्ड की परीक्षाएं भी टाल दी गई थीं। अब मौजूदा हालात को देखते हुए केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने फैसला लिया है कि वो केवल कक्षा 10 और 12 के 29 मुख्य विषयों की परीक्षाएं ही आयोजित करेगा। ये वो मुख्य परीक्षाएं होंगी जो हायर एजुकेशनल इंस्टीट्यूट में एडमिशन के लिए जरूरी हो और जिनके आधार पर छात्र नए शिक्षण संस्थानों में दाखिला पा सकते हैं।
शेष विषयों के लिए बोर्ड परीक्षा आयोजित नहीं करेगा। इसके अलावा, बाकी बचे हुए विषयों के मूल्यांकन के लिए निर्देश भी बोर्ड द्वारा अलग से जारी किए जा रहे हैं। इसे लेकर केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने ट्वीट भी किया है। निशंक ने कहा कि स्थितियां अनुकूल होने पर ही परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी।
इन विषयों की होगी परीक्षा:
- कक्षा 10:- (सिर्फ उत्तर-पूर्वी दिल्ली के लिए) 6 विषय: हिंदी कोर्स ए, हिंदी कोर्स बी, अंग्रेजी कम्युनिकेटिव, इंग्लिश लैंग्वेज और लिट्रेचर (भाषा और साहित्य), विज्ञान, सामाजिक विज्ञान।
- कक्षा 12:- पूरे देश में.. 12 विषय: बिजनेस स्टडीज, भूगोल, हिंदी (इलेक्टिव), हिंदी (कोर), होम साइंस, समाज शास्त्र, कंप्यूटर साइंस (ओल्ड), कंप्यूटर साइंस (न्यू), इन्फॉर्मेशन प्रैक्टिस (ओल्ड), इन्फॉर्मेशन प्रैक्टिस (न्यू), इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी, बायो टेक्नोलॉजी।
- कक्षा 12:- सिर्फ उत्तर पूर्वी दिल्ली में.. 11 विषय: इंग्लिश (इलेक्टिव-एन), इंग्लिश (इलेक्टिव-सी), इंग्लिश कोर, गणित, अर्थशास्त्र, जीव विज्ञान, राजनीति विज्ञान, इतिहास, भौतिक विज्ञान, अकाउंटेंसी, रसायन विज्ञान।
विदेश में नहीं होंगी लंबित बोर्ड परीक्षाएं
सीबीएसई के सचिव, अनुराग त्रिपाठी ने बताया कि सीबीएसई के कई स्कूल 25 अलग-अलग देशों में स्थित हैं। इनमें से प्रत्येक देश में लॉकडाउन है या उन्होंने विभिन्न अवधि के लिए स्कूलों को बंद रखने का फैसला किया है। ऐसी परिस्थिति में बोर्ड इनमें से प्रत्येक देश में परीक्षाएं अलग-अलग प्रश्नपत्रों के साथ संचालित करने की स्थिति में नहीं है। साथ ही, मौजूदा समय में मूल्यांकन के लिए उत्तर पुस्तिकाओं को भारत मंगवाना भी कठिन होगा, इसलिए विदेश में स्थित स्कूलों की 10वीं और 12वीं कक्षा की परीक्षाएं नहीं ली जाएंगी। इन स्कूलों में छात्रों के परिणाम घोषित करने का काम बोर्ड जल्द करेगा।