कोरोना काल के बाद 90 प्रतिशत लोगों में आई विटामिन डी की कमी, वायरस ने हड्डियों को कर दिया कमजोर
कोरोना काल के बाद जोड़ों के दर्द में तेजी से इजाफा हुआ है। पहले जहां 10% लोग जोड़ों के दर्द से परेशान थे अब 30% लोग जोड़ों के दर्द की गिरफ्त में आ गए हैं। धनबाद में भी जोड़ों के दर्द की समस्या लोगों में तेजी से बढ़ रही है।
जागरण संवाददाता, धनबाद: कोरोना काल के बाद लोगों के जोड़ों के दर्द में तेजी से इजाफा हुआ है। पहले जहां 10 प्रतिशत लोग जोड़ों के दर्द से परेशान थे, अब 30 प्रतिशत लोग जोड़ों के दर्द की गिरफ्त में आ गए हैं। धनबाद कोयलांचल में भी जोड़ों के दर्द की समस्या लोगों में तेजी से बढ़ रही है। सबसे परेशानी की बात यह है कि इन जोड़ों के दर्द पर दवाओं का भी ठीक से प्रभाव नहीं हो रहा है।
यह कहना है शहर के प्रसिद्ध हड्डी एवं नस रोग विशेषज्ञ एवं शहीद निर्मल महतो मेडिकल कालेज एवं अस्पताल के ऑर्थोपेडिक्स विभाग के विभागाध्यक्ष डाॅ. डीपी भूषण का। डाॅ. भूषण दैनिक जागरण की ओर से आयोजित प्रश्न पहर में दूरभाष पर पाठकों के सवालों के जवाब दे रहे थे। उन्होंने बताया कि कोरोना काल के पहले जहां 40 प्रतिशत लोगों में विटामिन डी की कमी पाई जाती थी, अब इसकी संख्या बढ़कर 90 प्रतिशत से ज्यादा हो गई है। इसके पीछे का मूल कारण वायरस से इम्यूनो मॉड्यूलेशन है, जो हड्डियों को कमजोर कर रहा है। कोरोना काल के बाद हड्डियों में परेशानी के मामले बढ़े हैं। छोटी जोड़, जैसे उंगली की हड्डी, पैरों के उंगलियों की हड्डी, हाथों की कलाई में दर्द बढ़ रहे हैं। इसके अलावा कमर की हड्डी आदि जगहों में दर्द ज्यादा की शिकायत लोगों को हो रही है।
युवा वर्ग की हड्डियां तेजी से हो रही हैं कमजोर
डाॅ. भूषण ने बताया कि जांच में पाया जा रहा है कि कोविड के बाद खासकर युवा वर्ग की हड्डियां कमजोर पाई जा रही हैं। युवाओं में आर्थराइटिस तेजी से बढ़ रहा है। कोरोनावायरस ने शरीर के इम्यूनो मॉड्यूलेशन को तेजी से बदला है। इससे शरीर की हड्डियां अंदर में घनत्व कम बना रही हैं। यहीं से हड्डी कमजोर होने की शुरुआत हो रही है।
बुजुर्गों में हड्डी टूटने के मामले तेजी से बढ़ रहे
डाॅ. भूषण ने बताया कि कोरोना संक्रमण का दौरा कर चला गया, लेकिन इसने लोगों को आंतरिक रूप से काफी प्रभावित किया है। बुजुर्गों में हड्डी कमजोर होने के मामले में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। हड्डी टूटने अथवा चटकने के मामले काफी आ रहे हैं। बुजुर्गों के कूल्हा टूटने की घटना मामले आ रहे हैं।
कम से कम आधे घंटे धूप में निकलें
एक सवाल के जवाब में डाॅक्टर भूषण ने बताया कि विटामिन डी का सबसे सस्ता और निशुल्क स्रोत सूर्य की रोशनी है। दिन के 11 से दोपहर तीन बजे के बीच का धूप विटामिन डी के लिए उपयुक्त माना जाता है। अगर 10 से 15 मिनट तक धूप में रह जाएं, तो शरीर के लिए पर्याप्त विटामिन डी मिल जाता है। इसके अलावा विटामिन की दवाई भी खाई जा सकती है।