कविता की मौत पर मुजफ्फरपुर की महिला सिपाहियों में गुस्सा, इंसाफ दिलाने की मांग तेज
पति का बयान दर्ज नहीं की पुणे पुलिस सिस्टम पर उठाया सवाल इंसाफ के लिए लेंगे कोर्ट की शरण। बेसरा जांच से मौत के कारण का चलेगा पता खुदकुशी व हत्या के बीच इंसाफ दिलाने के लिए इंटरनेट मीडिया पर जस्टिस फार कविता अभियान।
मुजफ्फरपुर, जागरण संवाददाता। Constable Kavita death: 94 लाख की धोखाधड़ी व गबन के मामले में आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पुणे गई ब्रह्मपुरा थाने की महिला सिपाही कविता की मौत मामले में खुदकुशी व हत्या की आशंका के बीच इंसाफ दिलाने की मांग तेज कर दी गई है। इस घटना से पुलिस लाइन की महिला सिपाहियों में जबदस्त गुस्सा है। उन्होंने पूरे सिस्टम पर सवाल खड़ा किया है। पुणे से पुलिस लाइन में कविता के शव पहुंचने की सूचना पर बड़ी संख्या में महिला सिपाही रविवार की दोपहर पुलिस लाइन पहुंची। जानकारी मिली कि सोमवार की सुबह शव मुजफ्फरपुर पहुंचेगा। इसके बाद सभी वहां से लौट गईं। कविता के पति भूपेंद्र प्रसाद ने बताया कि सड़क मार्ग से एंबुलेंस से शव लेकर आ रहे हैं। सोमवार को मुजफ्फरपुर पुलिस लाइन में शव लेकर पहुंचेंगे। भूपेंद्र ने बताया कि पुणे में उनका बयान दर्ज नहीं किया गया। अभी उनकी स्थिति ठीक नहीं है। बाद में इंसाफ के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे।
कई बिंदुओं पर पूछताछ
पति ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद बेसरा को सुरक्षित रखा गया है। बेसरा जांच से मौत के सही कारण का पता लगने की बात पुणे पुलिस ने उन्हें कही है। पुणे पुलिस ने टीम में ब्रह्मपुरा थाने से गए पदाधिकारी व अन्य पुलिसकर्मी से भी कई बिंदुओं पर पूछताछ की है।
इंसाफ दिलाने को इंटरनेट मीडिया पर मुहिम
कविता की मौत के बाद पुलिस लाइन की महिला सिपाहियों ने इंसाफ के लिए इंटरनेट मीडिया पर मुहिम शुरू कर दी गई है। विभिन्न वाट्सएप ग्रुप पर जस्टिस फार कविता के नाम पर पोस्ट शेयर किया जा रहा है। नगर डीएसपी रामनरेश पासवान ने कहा कि महिला सिपाही की मौत मामले में पुणे पुलिस घटना की जांच कर रही है। पुलिस लाइन की महिला सिपाहियों की तरफ से उनके पास किसी तरह की कोई शिकायत नहीं की गई है। अगर शिकायत आती है तो नियमानुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।