सीआइबी और फ्लैग पोस्ट तो लगा पर शुरू नहीं कराया काम
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सीआइबी और फ्लैग पोस्ट तो लगा पर शुरू नहीं कराया काम
- शासन की शीर्ष प्राथमिकता में शामिल हैं अमृत सरोवर प्रोजेक्ट
- आजादी पर्व पर तिरंगा फहराने की योजना, नहीं तैयार हो सके तालाब
जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : अमृत सरोवर के नाम पर अधिकारियों की ओर से मनमानी रिपोर्ट शासन को भेजी जा रही है जबकि हकीकत यह है कि सीआइबी (सिटिजन इन्फार्मेशन बोर्ड) फ्लैग पोस्ट का निर्माण तो करा दिया गया लेकिन अभी तक काम शुरू नहीं कराया जा सका है। उदाहरण के रूप में मुख्यालय मार्ग पर स्थित निमियउरिया (बन्हवा) अमृत सरोवर तालाब को देखा जा सकता है। बोर्ड पर 24.37 लाख रुपये बजट स्वीकृत दर्शाया गया है लेकिन अभी तक काम के नाम पर एक भी फावड़ा मिट्टी नहीं निकाली गई है। आजादी के अमृत महोत्सव पर इस सरोवर पर भी तिरंगा झंडा फहराया जाएगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से शुरूआत में जिलों में 75 तालाबों को अमृत सरोवर के रूप में विकसित करने के लिए आदेश जारी किया था। आनन-फानन अधिकारी जुटकर वित्तीय एवं तकनीकी स्वीकृति भी दे दी गई। इसके पश्चात 90 और तालाबों को चयनित करने का निर्देश दिया गया था। बीच में शासनादेश में बदलाव करते हुए प्रत्येक गांव में एक अमृत सरोवर तैयार करने का निर्णय लिया गया। जिलाधिकारी की ओर से 12 अगस्त तक अमृत सरोवर को तैयार करने के लिए अंतिम डेटलाइन जारी की गई थी लेकिन वह भी ढाक के तीन पात साबित हुई। अभी तक एक भी अमृत सरोवर सरकार की गाइडलाइन के अनुसार तैयार नहीं हो सके हैं। फ्लैग पोस्ट और सीआइबी बनाकर छोड़ दिया गया है। कुछ तालाबों पर तो कच्चा काम भी कराया गया है तो कुछ पर एक फावड़ा भी नहीं चलाया गया है। अधिसंख्य गांवों में तो अभी तक वित्तीय एवं तकनीकी स्वीकृति के लिए फाइल ही तैयार नहीं हो सकी है। उपायुक्त मनरेगा राजाराम का दावा है कि 92 अमृत सरोवर पर तिरंगा झंडा फहराया जाएगा। मनरेगा में सीआइबी बोर्ड लगाने की पहले से ही व्यवस्था चली आ रही है। यह प्रोजेक्ट 2023 तक पूर्ण कराना है।