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सत्रह कार कंपनियों को सीसीआइ का नोटिस

नई दिल्ली। ग्राहकों को ज्यादा दाम पर कलपुर्जो की बिक्री कार कंपनियों पर भारी पड़ सकती है। प्रतिस्पर्धा नियमों की अनदेखी के आरोप लगने के बाद भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग [सीसीआइ] की नजर इन कंपनियों पर टेढ़ी हो गई है। आयोग ने 17 कार कंपनियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इस मामले की सुनवाई आयोग अगले महीने करेगा। सूत्रों के

By Edited By: Published: Wed, 19 Sep 2012 08:41 PM (IST)Updated: Wed, 19 Sep 2012 08:52 PM (IST)
सत्रह कार कंपनियों को सीसीआइ का नोटिस

नई दिल्ली। ग्राहकों को ज्यादा दाम पर कलपुर्जो की बिक्री कार कंपनियों पर भारी पड़ सकती है। प्रतिस्पर्धा नियमों की अनदेखी के आरोप लगने के बाद भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग [सीसीआइ] की नजर इन कंपनियों पर टेढ़ी हो गई है। आयोग ने 17 कार कंपनियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इस मामले की सुनवाई आयोग अगले महीने करेगा।

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सूत्रों के मुताबिक जिन कंपनियों को नोटिस जारी हुए हैं उनमें से ज्यादातर विदेशी हैं। इनके नामों का ब्योरा नहीं दिया गया है। इन कंपनियों पर आरोप है कि वे बाजार में अपनी मजबूती का इस्तेमाल कलपुर्जो के दाम ज्यादा रखने में कर रही हैं। यह प्रतिस्पर्धा नियमों के खिलाफ है। सीसीआइ ने यह नोटिस अपने जांच महानिदेशक की रिपोर्ट के आधार पर जारी किए हैं। आयोग अब कार कंपनियों का पक्ष सुनने के बाद इस मामले में फैसला करेगा।

प्रतिस्पर्धा कानून की धारा चार के तहत आयोग को बाजार में प्रभुत्व की स्थिति का दुरुपयोग करने वाली कंपनियों पर कार्रवाई का अधिकार है। सीसीआइ को पिछले साल यह शिकायत मिली थी कार कंपनियां बाजार में अपनी प्रभावशाली स्थिति का दुरुपयोग कर रही हैं। शिकायत में कहा गया है कि ये कंपनियां केवल अपने अधिकृत डीलरों के जरिये ही स्पेयर पा‌र्ट्स की बिक्री कर रही हैं। इससे इनके दाम काफी ज्यादा हैं।

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