पश्चिम बंगाल की राजनीति में घमासान, भाजपा नेता दिलीप घोष का टीएमसी नेेता सौगत रॉय पर पलटवार, कहा- जूते से पीटे जाएंगे
दिलीप घोष के बयान पर सौगत राय ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उन्होंने कोई औपचारिक शिक्षा नहीं ली है इसलिए इस तरह की बातें कर रहे हैं। इधर घोष ने भी कहा है कि रॉय जिस तरह की भाषा का प्रयोग कर रहे हैं उसे सुनकर वह स्तब्ध हैं।
कोलकाता, एजेंसी। भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष (Dilip Ghosh) ने तृणमूल कांग्रेस (TMC) के एक नेता सौगत राय के खिलाफ एक विवादित बयान दे दिया है। उन्होंने कहा कि सौगत राय (Sougata Roy) अपने उस बयान के लिए जूते से पीटे जाएंगे जिसमें उन्होंने उनकी पार्टी के आलोचकों पर जबरदस्त हमला बोला था।
दिलीप घोष के बयान पर सौगत राय ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उन्होंने कोई औपचारिक शिक्षा नहीं ली है और चूंकि भगवा खेमे में अब उनकी कोई पूछ नहीं है, उन्हें अब वहां रहना और अच्छा नहीं लग रहा है इसलिए वह टीएमसी के साथ संपर्क में बने हुए हैं।
सौगत रॉय ने कही थी ये बात
सौगत राय ने कहा है कि हाल के दिनों में दो अलग-अलग मामलों में टीएमसी के दो नेताओं को गिरफ्तार किया गया है, लेकिन इसे लेकर विपक्ष जिस तरह से टीएमसी की छवि को खराब में जुटी हुई है वह गलत है। सौगत राय ने कहा था, ''विरोध की आड़ में पार्टी को बदनाम करने वाले बच नहीं पाएंगे। उनकी चमड़ी उधेड़कर जूते बनाए जाएंगे।''
दिलीप घोष ने दी प्रतिक्रिया
दिलीप घोष ने गुरुवार को कहा, ''सौगत रॉय एक वरिष्ठ नेता हैं। कभी वह एक प्रोफेसर हुआ करते थे। लेकिन विपक्ष पर हमला बोलने के लिए उन्होंने जिन लफ्जों का इस्तेमाल किया है उसे सुनकर हम स्तब्ध हैं। वह अपने पार्टी कैडर को बता रहे थे कि जूते चमड़ी छीलकर बनाए जाएंगे। टीएमसी के नेता खुद राज्य के अलग-अलग हिसों में जूते से पीटे जाएंगे।''
सौगत ने कहा घोष की नहीं है भाजपा में पूछ
दिलीप घोष के इस बयान पर सौगत रॉय ने टिप्पणी करने से मना कर दिया है। उन्होंने कहा है, ''एक ऐसे इंसान के बारे में बात करना मेरी प्रतिष्ठा से परे हैं जिन्होंने कोई औपचारिक शिक्षा नहीं ली है। दिलीप घोष खुद हमारी पार्टी के साथ संपर्क में बने हुए क्योंकि भाजपा के नेतृत्व में अब उन्हें मजा नहीं आ रहा है, वहां उनकी कोई पूछ नहीं है।''
दिलीप घोष भी यहीं नहीं रूके उन्होंने कहा कि टीएमसी नेताओं के इन बयानों से पता चलता है कि वे डरे हुए हैं क्योंकि उनके दो वरिष्ठ नेता पार्थ चटर्जी (Partha Chatterjee) और अनुब्रत मंडल (Anubrata Mandal) सलाखों के पीछे हैं।
मालूम हो कि जहां पार्थ चटर्जी स्कूल सेवा आयोग घोटाले (SSC Scam) में इडी की गिरफ्त में हैं, वहीं मवेशी तस्करी मामले (Cattle Smuggling) में अनुब्रत मंडल पर सीबीआई ने शिकंजा कसा है।