Bihar Politics: सुशील मोदी पर ललन सिंह ने किया कटाक्ष, कहा-आपके वक्तव्यों का स्तर उच्चतम है
Bihar Politics जदयू के एनडीए छोड़ने के बाद से भाजपा और जदयू नेताओं ने एक-दूसरे के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। एक ओर सुशील मोदी सरकार पर हमलावर हैं तो दूसरी ओर से उपेंद्र कुशवाहा और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह मैदान में हैं।
पटना, जागरण टीम। बिहार में सरकार बदलते ही भाजपा और जदयू नेता एक-दूसरे पर जमकर तीर चला रहे हैं। पूर्व डिप्टी सीएम और भाजपा के राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी (Rajya Sabha Member Sushil Kumar Modi) सरकार पर हमलावर हैं। उन्होंने रोजगार के मुद्दे पर सरकार को घेरा है। सुशील मोदी के वार पर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह (JDU President Lalan Singh) ने एक बार फिर पलटवार किया है। सोमवार को ट्वीट कर उन्होंने सुशील मोदी के बयानों पर कटाक्ष किया है।
सुशील मोदी को संबोधित करते हुए सीएम ने ललन सिंह ने लिखा है, आपके वक्तव्यों का स्तर उच्चतम है। सच्चाई है कि न तो नीतीश जी की कभी पीएम बनने की चाह, ना किसी से मेरी डाह। आपका स्तर आपके ग्रह-नक्षत्र को ठीक कर पुनर्स्थापित करा देगा। मेरी शुभकामना आपके साथ है।
भाजपा ने किया था रोजगार देने का वादा
बता दें कि रविवार को सुशील मोदी ने कहा कि भाजपा ने संसदीय चुनाव से पहले दो करोड़ लोगों को रोजगार देने का वादा किया था। मोदी की सरकार रेलवे, सड़क, हवाई अड्डा और बंदरगाह जैसे ढांचागत निर्माण पर लाखों करोड़ रुपये खर्च कर हर साल दो करोड़ से ज्यादा लोगों को रोजगार दे भी रही है। भाजपा ने सरकारी नौकरी नहीं रोजगार का वादा किया था, जिसे हम पूरा कर रहे हैं। जिन्होंने बिहार में महागठबंधन सरकार बनने पर पहली कलम से 10 लाख सरकारी नौकरी देने का वादा किया था, वे पहली कैबिनेट के बाद अपने वादे से मुंह चुरा रहे हैं। मोदी ने कहा कि रोजगार सृजन के साथ तीन साल में 7.70 लाख लोगों को सरकारी नौकरी भी दी गई। अगले 18 महीनों में 10.5 लाख लोगों को नौकरी मिलना तय है।
सृजित होंगे 60 लाख रोजगार
मुद्रा योजना के तहत 10 लाख रुपये तक ऋण 35.94 करोड़ लोगों को दिया गया। क्या इससे रोजगार पैदा नहीं हुए? सुशील मोदी ने कहा कि सरकार उत्पादकता आधारित प्रोत्साहन योजना ( पीएलआइ) पर 1.97 लाख करोड़ रुपये खर्च कर रही है, जिससे 60 लाख रोजगार सृजित होंगे। इसके साथ ही मनरेगा, पीएम रोजगार सृजन योजना जैसे दो दर्जन से ज्यादा कार्यक्रम लागू किए जा रहे हैं। केंद्र सरकार के चौतरफा प्रयास से देश में बेरोजगारी दर छह प्रतिशत से घट कर 4.2 प्रतिशत पर आई है। हमने रोजगार का वादा बखूबी निभाया। अब राजद 10 लाख लोगों को सरकारी नौकरी देने के वादे से मुकरने के बहानेबाजी से बाज आए।