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Bihar Crime: सिवान में आभूषण व्यवसायी के घर व दुकान पर इनकम टैक्स की रेड, 32 लाख कैश जब्त

Bihar Crime बिहार के सिवान में गुरुवार को सोनार टोली में मुजफ्फरपुर से आई इनकम टैक्स की टीम ने छापेमारी की। इस दौरान 32 लाख से ज्यादा कैश बरामद किया गया। छापेमारी टीम को देखकर कोई आभूषण कारोबारी दुकान बंद कर फरार हो गए।

By Rahul KumarEdited By: Published: Thu, 18 Aug 2022 09:27 PM (IST)Updated: Thu, 18 Aug 2022 09:27 PM (IST)
Bihar Crime: सिवान में आभूषण व्यवसायी के घर व दुकान पर इनकम टैक्स की रेड, 32 लाख कैश जब्त
सिवान में आभूषण दुकान पर छापेमारी करती आयकर विभाग की टीम। जागरण

जासं, सिवान । मुजफ्फरपुर के आयकर विभाग के डिप्टी डायरेक्टर कलोल मिस्त्री के नेतृत्व में गुरुवार को नगर थाना क्षेत्र के सोनार टोली स्थित दो स्वर्णकारों के प्रतिष्ठान व आवास पर सर्वे को पहुंची टीम ने  32 लाख से ज्यादा का कैश बरामद किया। इसके बाद सर्वे टीम ने छापेमारी शुरू कर दी। छापेमारी सोनार टोली निवासी सह स्वर्ण व्यवसायी आनंद कुमार सोनी की आनंद ज्वेलर्स व अजय कुमार सोनी की एनएलपी ज्वेलर्स व आवास पर एक साथ हुई। टीम को देखकर सोनार टोली में हड़कंप मच गया और कई व्यवसायी अपनी अपनी दुकान बंद कर फरार हो गए। छापेमारी के दौरान टीम ने 32 लाख कैश के अलावा कई आभूषण ऐसे जब्त किए थे जिनका कागजात व्यवसायी नहीं दिखा पाए थे। इस दौरान व्यवसायी के घर के बाहर सुरक्षा कर्मियों की तैनाती कर दी गई और किसी भी व्यक्ति के घर के अंदर प्रवेश पर रोक लगा दी गई। दोनों व्यवसायियों के आवासीय और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों पर विभाग की अलग-अलग टीम द्वारा छापेमारी की गई थी।  

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मामले में आयकर पदाधिकारी संजीव कुमार ने बताया कि सिवान जंक्शन से वाराणसी के एक स्वर्ण व्यवसायी के कर्मी को 22 मई को 48 लाख आभूषण सहित पकड़ा गया था। वह कच्चा माल की सप्लाई करता है। इसके बाद पूछताछ के क्रम में पता चला कि सिवान के दोनों व्यवसायी वाराणसी के व्यवसायी से कच्चा माल बिना रसीद के खरीदते हैं। जब आभूषण को जब्त किया गया तो सिवान शहर के आनंद ज्वेलर्स द्वारा दावा किया गया कि  24 लाख के आभूषण उसके हैं और एनएलपी ज्वेलर्स द्वारा दावा किया गया कि 20 लाख का कच्चा माल और आभूषण उसका है, लेकिन कागजात नहीं दिखाए गए।

इस दौरान इन्होंने स्वीकार किया उक्त जब्त माल इनका है। दोनों व्यवसायी द्वारा सारा कारोबार नकद में किया जाता है। इसके बाद सर्वे की योजना बनी सर्वे के दौरान घर और प्रतिष्ठान में 32 लाख से ज्यादा नकद पाया गया। इसके बाद जब छापेमारी की गई तो व्यवसायियों द्वारा रजिस्टर भी अपडेट नहीं किया गया था। कुछ कागजात कच्चे माल का मिला है लेकिन अधिकतर काम ये नकद में करते हैं। इनके पास कोई स्टाक पंजी भी नहीं है। शुक्रवार को ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि कितने सामान की जब्ती हुई है। छापेमारी के दौरान इनके घर की पूरी तलाशी ली जाएगी। साथ ही इनकी संपत्ति की भी पड़ताल होगी।


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