छपरा, जागरण टीम। Bihar Hooch Tragedy: बिहार के सारण जिले के मढ़ौरा थाना क्षेत्र के भुआलपुर गांव में जहरीली शराब से अब तक आठ लोगों की मौत हो चुकी है। एक बीमार व्यक्ति का इलाज छपरा सदर अस्पताल में चल रहा है, जबकि कुछ अन्य बीमार लोग गोपनीय तरीके से अपना इलाज करवा रहे हैं। ऐसे लोगों की पहचान के लिए प्रशासन द्वारा सर्वे करवाया जा रहा। मेडिकल टीम गांव में कैंप कर रही है।
पीएमसीएच में इलाज के दौरान एक और मौत
जानकारी के अनुसार पटना पीएमसीएच में इलाजरत 65 वर्षीय हीरा राय की मौत हो गई है। उनके अलावा शिवपूजन राय के 26 वर्षीय पुत्र भीषम राय की भी मौत पटना में ही हुई है। बताया जाता है कि भीषम राय गुरुवार को शराब पीने के बाद अपनी भाभी को अमनौर छोडऩे गया था। वहीं पर बीमार पडऩे के बाद स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। वहां उसकी हालत बिगड़ने के बाद उसे पटना रेफर कर दिया गया।
पुलिस कर रही शराब नहीं पीने की अपील
पीएमसीएच में ही इलाज के दौरान शुक्रवार की रात में उसकी मौत हो गई थी। इसके बाद हीरा राय ने दम तोड़ा है। उनकी हालत बिगड़ने के बाद छपरा सदर अस्पताल से उन्हें पटना रेफर किया गया था। वहीं पर उनकी मौत हो गई। आठ लोगों की मौत के बाद पूरे गांव में कोहराम मचा हुआ है वहीं पुलिस लोगों से शराब न पीने की लगातार अपील कर रही है।
मृतकों की सूची
1. अलाउद्दीन पिता करमुउल्लाह खान (40 वर्ष)
2, कामेश्वर महतो उर्फ लोहा सिंह पिता देव महतो (50 वर्ष)
3. रामजीवन राम उर्फ राजेंद्र राम पिता परशुराम राम (50 वर्ष)
4. रोहित सिंह पिता भीखन सिंह (40 वर्ष)
5. पप्पू सिंह पिता रामा सिंह (45 वर्ष)
6. लालबाबू साह (70 वर्ष)
7. भीषम राय पिता शिवपूजन राय (उम्र 26 वर्ष )
8. हीरा राय (65 वर्ष )
नशे की हालत में एंबुलेंस ड्राइवर गिरफ्तार
जागरण संवाददाता, बिहारशरीफ : शुक्रवार की देर शाम सदर अस्पताल में नशे की हालत में हंगामा की सूचना पर पहुंचे नगर थानाध्यक्ष संतोष कुमार ने मौके से एक एम्बुलेंस ड्राइवर समेत दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया। जांच के दौरान दो होमगार्ड के जवान ड्यूटी से गायब मिले। थानाध्यक्ष संतोष कुमार ने बताया कि सूचना मिली कि सदर अस्पताल में एम्बुलेंस ड्राइवर नशे की हालत में हंगामा कर रहा है। मौके पर पहुंचने पर ड्राइवर जितेंद्र कुमार व धनंजय पासवान समेत दो लोगों को नशे की हालत में गिरफ्तार किया गया।
जांच में दोनों के शराब पीने की पुष्टि हुई है। दोनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। वहीं सदर अस्पताल में तैनात चार होमगार्ड के जवान में से दो फरार मिले हैं। दोनों से स्पष्टीकरण पूछा गया। स्पष्टीकरण का जवाब संतोषजनक नहीं मिलने पर कार्रवाई की जाएगी। इससे पूर्व भी नगर थानाध्यक्ष के जांच में दो होमगार्ड के जवान गायब मिले थे। मगर कार्रवाई नहीं होने के कारण तैनात जवान का मनोबल बढ़ा रहता है।